
Pali। पाली जिले के मारवाड़ जंक्शन क्षेत्र में रविवार दोपहर तेज बारिश के दौरान आकाशीय बिजली गिरने की दो अलग-अलग घटनाओं से हड़कंप मच गया। आऊवा गांव में विद्युत विभाग के ग्रिड सब स्टेशन (GSS) और जलदाय विभाग की टंकी पर गिरी बिजली ने क्षेत्र की व्यवस्थाओं को अस्त-व्यस्त कर दिया।
GSS के उपकरण जलने से 18 गांवों की बिजली गुल
रविवार दोपहर करीब 2 बजे आऊवा स्थित विद्युत ग्रिड पर गिरी बिजली से वहां लगे कई महत्त्वपूर्ण उपकरण जल गए। इससे धामली, हिंगोला, वाडिया, काराड़ी, बांता, देवली, नया गांव, भगवानपुरा, ढाणी साटिया, सुगालिया सहित 18 गांवों की बिजली आपूर्ति ठप हो गई। क्षेत्र में लगातार 24 घंटे तक अंधेरा छाया रहा और लोगों को उमस व गर्मी में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
जलदाय विभाग की पानी टंकी की छत फटी
इसी दौरान आकाशीय बिजली गांव की जलदाय विभाग की जीएलआर टंकी पर भी गिरी, जिससे टंकी की छत बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। हालांकि उस समय वहां कोई मौजूद नहीं था, जिससे बड़ा हादसा टल गया।
स्थानीय विभागों की त्वरित कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही विद्युत विभाग के सहायक अभियंता संतोष कुमार अग्रवाल अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और क्षतिग्रस्त जीएसएस का मुआयना किया। उन्होंने बताया कि लगातार मरम्मत कार्य के बाद सोमवार दोपहर 2 बजे के आसपास विद्युत आपूर्ति बहाल कर दी गई।
गांव में दिनभर रही अफरा-तफरी, बिजली-पानी की दोहरी मार
आकस्मिक आकाशीय बिजली की इस दोहरी मार से ग्रामीणों में भय और अफरा-तफरी का माहौल रहा। एक ओर बिजली ठप रही, तो दूसरी ओर टंकी क्षतिग्रस्त होने से पेयजल आपूर्ति भी प्रभावित हुई।
स्थानीय लोगों ने की मांग
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि जीएसएस और जलदाय विभाग की संरचनाओं को आकाशीय बिजली से सुरक्षित करने के लिए आवश्यक उपकरण लगाए जाएं, जिससे भविष्य में इस तरह की घटनाएं टाली जा सकें।
रिपोर्ट – रविन्द्र सोनी