
Bhilwara। चैत्र नवरात्रि के पावन अवसर पर हरी शेवा उदासीन आश्रम सनातन मंदिर, भीलवाड़ा में रविवार (30 मार्च 2025) से प्रतिदिन धार्मिक अनुष्ठानों और पूजन कार्यक्रमों की श्रृंखला भक्ति एवं श्रद्धा के वातावरण में निरंतर जारी रही। इस आयोजन में श्रद्धालुजन उत्साहपूर्वक भाग लेते हुए धर्मसाधना का लाभ प्राप्त कर रहे थे। इस पावन श्रृंखला के अंतर्गत दो शतचंडी दुर्गा पाठ, रामचरितमानस नवान्ह पारायण पाठ, सवा लाख महामृत्युंजय जाप, गोपाल सहस्रनाम पाठ, अन्नपूर्णा स्तोत्र, कनकधारा स्तोत्र एवं श्रीसूक्त पाठ जैसे विविध वैदिक अनुष्ठान संपन्न किए गए।
प्रतिदिन मंडल पूजन, रुद्राभिषेक, दुर्गा हवन और माताजी की स्तुति के कार्यक्रमों के साथ आश्रम धर्ममय वातावरण से गुंजायमान हो रहा था। आश्रम के महामंडलेश्वर स्वामी हंसराम उदासीन ने सभी सनातनी श्रद्धालुओं से आव्हान किया था कि वे इस सनातन पर्व को श्रद्धा, उत्साह और उमंग के साथ मिलकर मनाएं तथा सनातन धर्म के मूल मूल्यों को आत्मसात करते हुए समाज में धर्म, शांति और सद्भाव का संदेश फैलाएं।
शनिवार (5 अप्रैल 2025) को दुर्गाष्टमी पर विशेष पूर्णाहुति संपन्न हुई
इस अनुष्ठान श्रृंखला की पूर्णाहुति 5 अप्रैल 2025, शनिवार को दुर्गा अष्टमी के अवसर पर दुर्गा सप्तशती की विशेष आहुति के साथ की गई। यह पूर्णाहुति काशी और वृंदावन से पधारे वैदिक विद्वानों द्वारा आचार्य सत्यनारायण शर्मा के नेतृत्व में सम्पन्न हुई। इस आयोजन में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया और शक्ति उपासना के इस आयोजन का पुण्य प्राप्त किया।
रविवार (6 अप्रैल 2025) को भव्य राम नवमी महोत्सव मनाया गया
आश्रम के प्रतिनिधि पंकज आडवाणी ने जानकारी दी थी कि नवरात्रि के समापन पर 6 अप्रैल 2025, रविवार को राम नवमी महोत्सव अत्यंत धूमधाम से मनाया गया। इस विशेष अवसर पर सुबह कन्या पूजन के उपरांत 1100 कन्याओं एवं ब्राह्मणों को भोज कराया गया था। सायंकाल 8 बजे से भगवान श्रीराम की जयंती पर अखंड ज्योति की रोशनी में भव्य राम दरबार सजाया गया। इसके बाद विशेष आरती, प्रसाद वितरण और धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ।
आरती के लिए सभी श्रद्धालुओं से अनुरोध किया गया था कि वे अपने साथ दीपक लेकर आएं और इस पुण्य अवसर का हिस्सा बनें। रामनवमी के इस शुभ अवसर पर धार्मिक कार्यक्रमों के पश्चात भव्य आतिशबाजी भी आयोजित की गई थी, जो सभी श्रद्धालुओं के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बनी।
रिपोर्ट – पंकज पोरवाल