
भीलवाड़ा। राजस्थान प्रदेश के चरागाहों, ओरण और वनों को हरा-भरा रखने और स्थानीय समुदाय की आजीविका को बढ़ाने के उद्देश्य से प्रदेश में 150 वनस्पति बीज बैंकों का गठन किया गया है। जिसमें स्थानीय पारिस्थितिकीय के जानकार बीज गुणी का प्रशिक्षण जिला परिषद सभागार में चार जिलों राजसमंद, भीलवाड़ा, उदयपुर, चित्तौड़गढ़ के 70 बीज गुनियो ने भाग लिया।
प्रशिक्षण का शुभारंभ करते हुए मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद भीलवाड़ा चंद्रभान सिंह भाटी ने कहा कि जब बीज गुणी प्रशिक्षित होंगे तो हम प्रकृति और पर्यावरण के संरक्षण में अहम योगदान कर सकेंगे। इससे स्थानीय प्रजाति के चारा, पेड़ और औषधीय पौधों के संरक्षण के साथ बीज इकट्ठा करने से स्थानीय लोगों को आजीविका का अवसर भी उपलब्ध होगा। प्रशिक्षण निदेशालय जल ग्रहण विकास एवं भू जल संरक्षण विभाग जयपुर एवं फाउंडेशन फॉर इकोलॉजिकल सिक्योरिटी भीलवाड़ा के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित किया गया।
जिसमें वाटरशेड के अधीक्षण अभियंता आदेश कुमार मीणा, अधिशाषी अभियन्ता देशराज सैनी, एफईएस के स्टेट हेड शांतनु सिन्हा, गिरधारी वर्मा, डॉ अनिल, अलका तिर्की, राजेश टेटे, नारायण सिंह, प्रकाश शर्मा, सुनील सहित जल ग्रहण विभाग एवं अर्पण सेवा संस्थान, आईएफएफडीसी सहित राज्य के 100 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
रिपोर्ट – पंकज पोरवाल