जैसलमेर। GST परिषद की 55 वीं बैठक में शामिल होने आये राज्य के GST कमीशनर महेन्द्र रंगा ने बताया कि GST के बाद राज्य की रेवेन्यू का आंकड़ा डबल हुआ है। रंगा ने पटवा हवेली भ्रमण के दौरान संवाददाता को बताया कि मैं जैसलमेर में 30 वर्ष पूर्व सेवाएं दे चुका हूं, मैं जैसलमेर से अच्छी तरह वाकिफ हूं। रंगा ने बताया कि उस समय घोड़ा कीजे काठ का, पग कीजे पाषाण। बख्तर कीजे लोहे का, तब पहुँचे जैसाण कहावत प्रचलित रही। वर्तमान में जैसलमेर पर्यटन मानचित्र मेँ अव्वल स्थान पर है। यहाँ साधन इतने हो गए है कि GST परिषद की 55 वीं बैठक की मेहमाननवाजी मेरे कार्यक्षेत्र के जिले मेँ हो रही है।
कमीशनर रंगा ने बताया कि सेंट्रल GST में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल किया जा रहा है। पहले यह डेटा एनालिटिक्स तक सीमित था, पर अब तकनीकी रूप से सिस्टम को सरल करने में किया जा रहा रहा है। इसलिए नया इनवाइस मैनेजमेंट सिस्टम लाया गया है, जिसमें अगर कोई इनवाइस अपलोड करेगा तो रिटर्न अपने आप आ जाएंगे।
उन्होंने कहा कि GST लागू होने का निश्चित तौर पर फायदा मिल रहा है। राजस्थान का कलेक्शन जो GST से पहले कुल रेवेन्यू का 7% था, वो GST लागू होने के बाद 14% हो चुका है। डबल से ज्यादा रेवेन्यू आ रहा है। जैसलमेर का भी रेवेन्यू अच्छा है, इसमें सबसे बड़ा रोल पर्यटन का है। साथ ही साथ कर चोरी भी रुकी है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अब विभाग का तरीका एक साथ कार्रवाई कर हो-हल्ला करना नहीं है, बल्कि एआई तकनीकी से गड़बड़ करने वालो को पकड़ कर कार्रवाई करते हैं। जिनके डाटा मैच नहीं आ रहा है या फिर उसमें ज्यादा कुछ नजर आता है, उन पर अब कार्रवाई होती है।
रिपोर्ट – कपिल डांगरा