जैसलमेर। आरुषि एन.जी.ओ भोपाल के दिव्यांग विद्यार्थियों ने ग्रामीण हाट स्थित दी थार हेरिटेज म्यूजियम का अवलोकन किया। वही इस अवसर पर संग्रहालय के संस्थापक लक्ष्मीनारायण खत्री ने अवलोकन कराते हुए कहा कि मरू प्रदेश की लोक विरासत अनूठी है तथा यहां की शिल्प कला ऐतिहासिक इमारतें रीति रिवाज खानपान जनजीवन दर्शनीय है।
खत्री ने संग्रहालय में प्रदर्शित समुद्री जीवाश्म, प्राचीन हस्तलिखित पांडुलिपियों, जैसलमेर के सिक्के, मिट्टी तांबे एवं पीतल के कलात्मक बर्तन और महाजनी बही खाता, घी भरने की चिप, सिंधी कसीदाकारी, अफीम की छलनी, सरोते, पशु औजार, हथियारों, राजाओं के चित्रों, लोक वाद्य यंत्रों इत्यादि पर व्याख्यान पेश करते हुए प्रकाश डाला।
प्रारंभ में संग्रहालय के ट्रस्टी जुगल किशोर भाटिया ने सभी आगंतुकों का स्वागत अभिनंदन किया। इस अवसर पर दिव्यांगों की यात्रा के ग्रुप प्रभारी अधिकारी आर्मी ऑफिसर एस.पी सिंह भी उपस्थित थे।
रिपोर्ट: कपिल डांगरा