मेघा पटैरिया/जागरूक टाइम्स। कुछ साल से सचिन कुंभार होस्टिंग की दुनिया में एक अलग नाम बनकर उभरा है। वह बड़े-बड़े शो होस्ट कर रहे हैं। अंबानी परिवार से लेकर अमेजन और नेटफ्लिक्स तक के शोज में वह एंकर होते हैं। हालांकि, वह एक्टिंग भी करना चाहते हैं और इसके लिए सही वक्त का इंतजार कर रहे हैं। कभी सिर्फ मराठी से राबता रखने वाले सचिन आज हिंदी और अंग्रेजी भी कमाल बोलते हैं। दुबई (Dubai) में मिला काम, (India) में कमा रहे नाम में आरजे बनकर आवाज की दुनिया में कदम रखने वाले सचिन आज भारत में भी नाम कमा रहे हैं। जागरूक टाइम्स ने उनके शुरुआती करियर से लेकर अब तक सफर के बारे जाना:
- काम और जिंदगी की शुरुआत
सभी की तरह मेरी जिंदगी में भी काफी उतार-चढ़ाव रहे। जब शुरुआत की थी, तब न मुझे हिंदी आती थी और न ही अंग्रेजी। हालांकि, मैं अंग्रेजी मीडियम स्कूल में गया था, लेकिन मेरे ऊपर मराठी का प्रभाव ज्यादा था। प्योर मराठी मुलगा ही था। भगवान ने मुझे आवाज बहुत अच्छी दे दी। उसी की वजह से मुझे दुबई से रेडियो जॉकी का ऑफर आया, लेकिन वहां मुझे पता चला कि मेरे पास आवाज के अलावा कुछ नहीं है।
दुबई में मुझे लखनऊ, मध्य प्रदेश, दिल्ली के कई आरजे दोस्त मिले, तब पता चला कि हिंदी भाषा क्या होती है। कैसे हिंदी का उच्चारण करते हैं। अंगेजी भी सीखी। मुझसे कहा गया कि 6 महीने में सीख जाओ, नहीं तो वापस घर जाना पड़ेगा। मैंने सोचा इतनी मुश्किल से आ पाया हूं, वापस तो जाना नहीं है। पापा-मम्मी को नाराज नहीं करना है। बस सीखता रहा। इसके बाद दुबई में 8 साल तक रेडियो जॉकी रहा। फिर 2011-12 में भारत वापस आया। सोचा कि एंकरिंग, वॉइस ओवर के लिए भारत में ज्यादा ऑप्शन हैं।
शायद वह जिंदगी का बेस्ट फैसला था। हालांकि, आने के बाद 9 महीने बहुत संघर्ष रहा। मैं सोचता था कि मैंने क्यों यह फैसला लिया। अच्छा-भला दुबई में काम कर रहा था। वहां घर, गाड़ी सब था। वहां के रेडियो बहुत बड़े होते हैं। रेडियो का चलन बहुत ज्यादा है, लेकिन वापस तो आना था और आ गया। मुझे अपने देश से बहुत लगाव है। मुझसे लोगों का पहला सवाल यही रहता था कि कहां काम किया किया? मैं बोलता था कि दुबई में, तो वे बोलते कि दुबई छोड़ो यहां क्या किया। फिर पहला मौका ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ ने दिया।
एक्टिंग में कोशिश की, लेकिन एंकरिंग ही सही
सिलसिला चलता रहा। स्टार स्पोर्ट्स पर 7 साल प्रो कबड्डी में एंकरिंग की। फेमिना मिस इंडिया में एंकरिंग की, अब जूरी में हूं। एंकरिंग और वॉइस ओवर में ज्यादा काम रहा है। बिग बॉस, झलक दिखला जा के विज्ञापनों में मेरी आवाज होती है। तकरीबन 10 चैनलों के लिए आवाज देता हूं। ये एक अलग दुनिया है, जिस पर लोगों का कम ध्यान जाता है। लोगों का मानना है, जो दिखता है वही बिकता है।
5 साल पहले जब नया-नया था, तो एक्टिंग में भी कोशिश की थी। एक ऑडिशन लिए गया था, लेकिन उन्हें गोरा लड़का चाहिए था। वह बोले कि आप फिट नहीं हो। हाल में यूट्यूब पर एक शॉर्ट फिल्म आई है ‘तू चल मैं आया’। एक तरह से एक्टिंग का दरवाजा मेरा वहां से खुला। एक-दो ऐड भी किए हैं, लेकिन शॉर्ट फिल्म का फीडबैक बहुत अच्छा मिला। इसके लिए मेरे दोस्त ने कहा था कि तू मुझे जिंदगी के अपने 3 दिन मुझे दे दे। उसने मुझसे जबरदस्ती काम कराया।
पापा को डर लगता था मेरे लिए
दुबई में जब पहली सैलरी मिली, तो पापा को बताया था। पापा ने कहा कि वह सब तो ठीक है, लेकिन आगे के करियर का क्या है? मैं उनसे कहता था कि पापा यही करियर है। 15 साल पहले इस करियर को लोग करियर नहीं मानते थे। उन्हें समझाने में थोड़ा समय लगा। जब भारत वापस आया, तो वह बहुत डर गए थे कि क्यों इतना अच्छा काम छोड़कर चले आए।
मेरे पापा असिस्टेंट पुलिस कमिश्नर (सीआईडी) रह चुके हैं। उनके लिए तो यह दुनिया एकदम अलग थी। लेकिन, जैसे-जैसे भारत में भी काम अच्छा मिलने लगा, तो फिर कहने लगे कि हुनर है। ऊपर वाले की दया है कि मैं क्वालिटी वर्क कर पा रहा हूं, इसलिए वह खुश हैं। मम्मी का हमेशा सपोर्ट रहा है। मम्मी मेरी यही बोलती थी कि तुझे टीवी पर देखना है। मैंने उनका सपना पूरा किया। मैंने होस्टिंग से लिए एक अलग पहुंच बनाई।
अंबानी के लिए होस्ट किया
मेरा काम देखकर मुझे बुलाया जाता है। हाल में मैंने एंटीलिया में नीता अंबानी के लिए होस्ट किया था। उन्होंने पैरालिंपिक से जीत कर युवाओं का सम्मान किया था, उसे मैंने होस्ट किया था। उनकी टीम ने मुझे कहीं देखा था। उसी वजह से मुझे बुलाया था। उसके 15 दिन बाद मैंने मुकेश अंबानी के लिए 8,000 कर्मचारियों के बीच एक और इंवेट होस्ट किया था। मैं हमेशा यही कहता हूं कि जब आप अपने काम को 100 प्रतिशत देंगे, तो लोग आपको सामने से बुलाएंगे। मेरे साथ ऐसा हो रहा है कि मुझे हाईप्रोफाइल इवेंट के बुलावे आते हैं।
एक्टिंग के ऑफर मिल रहे
मुझे शॉर्ट फिल्म और फीचर के लिए कॉल आया है। शॉर्ट फिल्म में सोलो के लिए ऑफर आया है, लेकिन अभी कुछ बोल नहीं सकता, क्योंकि फिल्म और इंवेट के काम में थोड़ा क्लैश होता है। इतना समय निकाल नहीं पाता हूं। हां, लेकिन अभी नेटफ्लिक्स और अमेज़न के इतने इवेंट करता रहता हूं, तो काफी डायरेक्टर्स और प्रोड्यूसर से अच्छी बात होने लगी है। हर काम का एक समय होता है और आशा करता हूं कि इसका भी समय जल्द आएगा।
भूमिका बनाना जरूरी
हमको प्रोडक्शन हाउस एक ढांचा देता है, लेकिन उसे भूमिका बना कर कैसे परोसना है, वह खुद तय करता हूं। जैसे हम हमेशा सबसे पूछते हैं कि आप कैसे हैं? लेकिन, वही हम होस्ट करने वाले उसको अलग ढंग से पूछते हैं, जैसे- आप कैसे हो, मुझे यकीन है कि आपका दिन बहुत अच्छा रहा होगा या अच्छा चलेगा।
दुनियाभर में होस्ट करना सपना
आगे एक्टिंग तो करना ही है, लेकिन उसके साथ मैं भारत का ऐसा एंकर बनना चाहता हूं, जो अंग्रेजी दुनिया में जाकर होस्ट करे। लोग कहें कि एक भारतीय भी किसी भी भाषा में शो होस्ट कर सकता है। स्टीव हार्वे मिस यूनिवर्स जैसे इंवेट होस्ट करते हैं। वह काफी बुजुर्ग हैं, इसमें उम्र से कोई लेना-देना नहीं होता है। बस मैं भी यही चाहता हूं कि दुनिया की किसी भी जगह जाकर होस्ट करूं।