बाड़मेर (Barmer) से मुनाबाव स्टेशनों के बीच चलने वाली ट्रेन मंगलवार सुबह हादसे का शिकार हो गई। एक कोच दूसरे कोच के ऊपर चढ़ने के हादसे की सूचना मिलते ही रेलवे अधिकारियों सहित जिला प्रशासन, NDRF, पुलिस व चिकित्सा विभाग की टीमें मौके पर पहुंचीं रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर रेल कोच को एक्सपर्ट टीमों ने काटकर घायल सवारियों को प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल में शिफ्ट करवाया। दरअसल, यह पूरा वाक्य रेल हादसा की आपदा स्थिति से निपटने के लिए रेलवे की ओर से पूर्व अभ्यास मॉक ड्रिल कार्यक्रम का आयोजन कर विभिन्न विभागों की सतर्कता की जांच की। यह मॉक ड्रिल मंगलवार सुबह करीब 80 मिनट तक चली।
देश भर के अलग-अलग हिस्सों में लगातार हो रही रेल दुर्घटनाओं की स्थिति से निपटने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्राधिकरण व रेलवे की ओर से निर्धारित रेल दुर्घटना पूर्व अभ्यास कार्यक्रम के तहत सुबह बाड़मेर रेलवे स्टेशन पर बाड़मेर मुनाबाव पैसेंजर ट्रेन पटरी से उतर गई। ट्रेन के एक कोच दूसरे कोच के ऊपर चढ़ गया और इस पूरे हादसे में 22 लोग घायल होने की सूचना मिलते ही रेलवे रक्षा दल, NDRF व SDRF की टीम, सिविल डिफेंस, आरपीएफ जीआरपी राजस्थान पुलिस बाड़मेर उपखंड अधिकारी 108 एम्बुलेंस मेडिकल टीम मौके पर पहुंची और सभी विभागों ने समन्वय स्थापित कर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया।
इस दौरान एक्सपर्ट टीमों ने कोच की छत व खिड़कियों को काट कर घायलों को बाहर निकाला और प्राथमिक उपचार के बाद 108 एम्बुलेंस से जिला अस्पताल रेफर किया। इस दौरान एक्सीडेंट रिलीफ ट्रेन भी मौके पर पहुंचकर विभिन्न उपकरणों की सहायता से रेल के कोच को काटकर अंदर फंसे यात्रियों को बाहर निकल गया। वही NDRF टीम ने दुर्घटना में बचाव के पूर्व अभ्यास को लेकर भी कर्मचारियों को जानकारी दी। इस दौरान बाड़मेर पुलिस अधीक्षक नरेंद्र सिंह मीणा, अतिरिक्त जिला कलेक्टर राजेंद्र सिंह उपखंड अधिकारी विरमाराम सहित सीमा सुरक्षा बल के कमांडेड मौके पर पहुंचकर मॉकड्रिल की स्थिति का जायजा लिया।