Bhilwara। जिला कलक्टर नमित मेहता ने गुरुवार को राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय बापूनगर का निरीक्षण किया। इस दौरान जिला कलक्टर ने विद्यालय में मिड डे मील योजनान्तर्गत परोसे जा रहे भोजन की गुणवत्ता के संबंध में बच्चों से फीडबैक लिया। जब जिला कलक्टर ने बच्चों से पूछा कि आपको कैसा भोजन मिला रहा है, तो जवाब मिला सर घर से भी अच्छा।
जिला कलक्टर ने बच्चों को हाथ धोकर खाना खाने सहित खाने के दौरान स्वच्छता पर विशेष ध्यान देकर भोजन करने के संबंध में जानकारी दी। इसके पश्चात जिला कलक्टर ने विद्यालय का निरीक्षण किया। उन्होंने विद्यालय में संचालित वोकेशनल लैब्स का भी अवलोकन किया और प्रधानाचार्य अवधेश कुमार शर्मा से लैब में बच्चों को सिखाई जा रही विभिन्न गतिविधियों के संबंध में जानकारी ली।
एडीपीसी समग्र शिक्षा योगेश चंद्र पारीक ने बताया कि समग्र शिक्षा अभियान के तहत 63 राजकीय विद्यालयों में 14 ट्रेड में वोकेशनल एजुकेशन संचालित की जा रही है। जिला कलक्टर ने प्रधानाचार्य को वेस्ट टू बेस्ट को लेकर बच्चों में कलात्मक गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के संबंध में निर्देशित किया। इस अवसर पर एडीपीसी समग्र शिक्षा योगेश पारीक अक्षय पात्र फाउंडेशन के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
बच्चों को पढ़ाया कॉमर्स का चैप्टर, दिया मार्गदर्शन
इसके पश्चात जिला कलक्टर ने कक्षा 11 की कॉमर्स की छात्राओं को पढ़ाए जा रहे प्राइवेट पब्लिक एंड ग्लोबल एंटरप्राइज टॉपिक के प्रश्न पूछे उन्होंने स्वयं क्लास लेकर बच्चों को टॉपिक समझाया और करियर को लेकर मार्गदर्शन देकर शुभकामनाएं दी।
केंद्रीकृत रसोईघर न्यू बापूनगर का किया निरीक्षण
जिला कलक्टर नमित मेहता ने मिड डे मील योजनान्तर्गत अक्षय पात्र फाउंडेशन द्वारा संचालित केंद्रीकृत रसोईघर न्यू बापूनगर का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जिला कलक्टर ने रसोईघर में तैयार होने वाले भोजन की गुणवत्ता और स्वच्छता का जायजा लिया। उन्होंने रसोईघर के संचालन और भोजन तैयार करने की प्रक्रिया के बारे में जानकारी प्राप्त की। जिला कलक्टर ने कहा कि मिड डे मील योजना का उद्देश्य बच्चों को स्वस्थ और पौष्टिक भोजन प्रदान करना है, जिससे वे अपनी शिक्षा पर ध्यान केंद्रित कर सकें। उन्होंने रसोईघर के संचालकों को भोजन की गुणवत्ता और स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए।
रिपोर्ट: पंकज पोरवाल