महाराष्ट्र में छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति गिरने के विरोध में रविवार (1 सितंबर, 2024) को महाविकास अघाड़ी (MVA) के नेताओं ने मुंबई में राज्य सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। इसे जोड़े मारो (जूता मारो) आंदोलन नाम दिया गया। MVA के नेताओं ने दक्षिण मुंबई के हुतात्मा चौक से गेटवे ऑफ इंडिया तक पैदल मार्च निकाला। इसमें NCP (SP) प्रमुख शरद पवार, सुप्रिया सुले, शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे, आदित्य ठाकरे, कांग्रेस नेता नाना पटोले समेत MVA के कई बड़े नेता शामिल हुए।
इस दौरान उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार के पोस्टर पर चप्पल और जूते मारे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की माफी को लेकर नेताओं ने कहा कि उनकी माफी अहंकार से भरी थी। वहीं, शरद पवार ने कहा कि मूर्ति गिरना भ्रष्टाचार का उदाहरण है। बता दे, MVA के कार्यकर्ताओं को मुंबई पुलिस ने बैरिकेड लगाकर रोका। इस दौरान पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच नोंक-झोंक भी देखी गई।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पलटवार करते हुए कहा कि विपक्ष इस मामले पर राजनीति कर रहा है। जनता सब देख रही है। आने वाले चुनाव में महाराष्ट्र की जनता इन्हें जूतों से पीटेगी। वही, बीजेपी ने भी विपक्ष के प्रदर्शन के खिलाफ मुंबई में प्रोटेस्ट किया। दादर में बीजेपी ने ढोल बजाकर प्रोटेस्ट किया। बीजेपी नेताओं ने प्लेकार्ड लेकर जमकर नारेबाजी भी की।
प्रधानमंत्री ने मूर्ति गिरने पर माफी मांगी थी
बता दे कि 27 अगस्त, 2024 को पालघर में पीएम मोदी ने एक कार्यक्रम में सिंधुदुर्ग में छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति गिरने पर माफी मांगी थी। उन्होंने कहा था कि हमारे लिए छत्रपति शिवाजी महाराज सिर्फ एक महाराजा नहीं हैं। हमारे लिए वे पूजनीय हैं। आज मैं छत्रपति शिवाजी महाराज के सामने नतमस्तक हूं और उनसे क्षमा मांगता हूं।
जानकारी के लिए बता दे कि महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले के राजकोट किले में 26 अगस्त, 2024 को छत्रपति शिवाजी महाराज की 35 फूट ऊंची मूर्ति गिर गई थी। इस मूर्ति का अनावरण पीएम मोदी ने 4 दिसंबर 2023 को भारतीय नौसेना दिवस के अवसर पर किया था।