जैसलमेर। शहर के संवालसा मंदिर में सोमवार (26 अगस्त, 2024) को जन्माष्टमी भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव पर भक्तों की श्रद्धा ने इस बार इतिहास रच दिया है। सुबह से कोठारी पाड़ा स्थित प्राचीन भगवान कृष्ण (सांवल सा) के मंदिर में शहर के खेजड़ पाड़ा, मेहरा पाड़ा, जेठा पाड़ा, सूरजन पाड़ा, चांदी पाड़ा, घूरका पाड़ा, सारदा पाड़ा, सांवल पाड़ा, केला पाड़ा, चाचा पाड़ा, मोहता पाड़ा, बिस्सा पाड़ा, डांगरा पाड़ा, बिसानी पाड़ा, सुदा पाड़ा,दलाल पाड़ा, खत्री पाड़ा, सोनार पाड़ा, सुथार पाड़ा सहित शहर के कोने कोने से महिलाओं द्वारा अजवायन, शक्कर, धनिया, दूध पहुँचाया गया मंदिर पुजारी दीनदयाल बिस्सा एवं उनके सहयोगी शिवजी सेवक द्वारा भगवान के आये अजवायन, शक्कर, धनिया की पंजीरी और दूध को जमा कर दही तैयार करवा कर चरणामृत बनवाया गया जिसे रात्रि को चंद्र उदय के समय कृष्ण जन्म होते ही आरती करवा कर भगवान को भोग लगा कर भक्तों को वितरित किया गया।
शहर के बिस्सा पाड़ा की संतोष झंवर ने बताया कि मंदिर की आकर्षक सजावट एवं संवालसा की प्रतिमा का शृंगार मन को मोह रहा है। संवालसा भगवान के नियमित दर्शन करने वाली जेठा पाड़ा की गृहणी मानकंवर डांगरा ने बताया कि अर्द्ध रात्रि में कृष्ण जन्म होते ही सभी भक्तों द्वारा नन्द के आनन्द भयो जय कन्हैयालाल की हाथी दीजे घोड़ा दीजे और दीजे पालकी की धुन लगाई गई।