पिंडवाड़ा। स्थानीय माधव विश्वविद्यालय (Madhav University) ने एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। फार्मेसी काउंसलिंग ऑफ इंडिया द्वारा विश्वविद्यालय को सत्र 2024-25 के लिए फार्मेसी पाठ्यक्रमों की मान्यता प्रदान की गई है। इस संदर्भ में फार्मेसी विभाग के अधिष्ठाता डॉ. सुशील भार्गव ने बताया कि विश्वविद्यालय में फार्मेसी पाठ्यक्रम डी. फार्मेसी, बी. फार्मेसी व एम फार्मेसी का संचालन सुचारू रूप से किया जा रहा है, और यह मान्यता उस निरंतर प्रयास का प्रमाण है।
माधव विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ. भावेश कुमावत ने इस सफलता को विश्वविद्यालय की प्रबंधन समिति और कर्मचारियों की कड़ी मेहनत और समर्पण का परिणाम बताया। उन्होंने कहा कि यह मान्यता विश्वविद्यालय के लिए एक मील का पत्थर है और वे भविष्य में भी इसी प्रकार सफलता और विकास की दिशा में अग्रसर रहने का संकल्प लेते हैं। माधव विश्वविद्यालय जो कि सिरोही जिले के जनजाति बहुल क्षेत्र में स्थित है, ग्रामीण क्षेत्रों में उच्च शिक्षा प्रदान करने वाले एकमात्र संस्थान के रूप में उभर कर सामने आया है।
विश्वविद्यालय में नर्सिंग, पैरामेडिकल, होम्योपैथिक चिकित्सा शिक्षा के साथ-साथ नेचुरोपैथी और योगा साइंस, फिजियोथैरेपी, इंजीनियरिंग, विधि, कृषि विज्ञान, विज्ञान, वाणिज्य और प्रबंधन, कला, लाइब्रेरी साइंस, शिक्षा, शारीरिक शिक्षा, फायर एंड सेफ्टी और आई.टी.आई. जैसे विविध क्षेत्रों में डिप्लोमा, स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं।
इस नवीनतम मान्यता से क्षेत्र के विद्यार्थियों को फार्मेसी क्षेत्र में उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिलेगा, जिससे वे भविष्य में इस क्षेत्र में बेहतर सेवाएं प्रदान कर सकेंगे। विश्वविद्यालय की यह उपलब्धि न केवल स्थानीय विद्यार्थियों के लिए, बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो उच्च शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में नए मानदंड स्थापित करेगी।
रिपोर्ट – विक्रम राजपुरोहित