बहुप्रतीक्षित फिल्म “द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल” (The Diary of West Bengal) के निर्माता जितेंद्र नारायण सिंह उर्फ वसीम रिजवी पंडित धीरेंद्र शास्त्री का आशीर्वाद लेने के लिए मध्य प्रदेश के छतरपुर में स्थित बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) पहुंचे। इस दौरान पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने वसीम रिजवी और फिल्म की टीम का स्वागत किया और वसीम रिजवी के हिंदू धर्म में परिवर्तित होने की सराहना की। पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने अपने अनुयायियों से कहा, “वसीम रिजवी अब हनुमान भक्त हैं और उनका नया नाम, ‘हरि’ से जुड़ा है, जो साहस और ईमानदारी का प्रतीक है।”
बता दे, बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री आम तौर पर फिल्मों का प्रचार नहीं करते हैं। हालांकि, इस बार उन्होंने फिल्म द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल को पूरी तरह से अपना समर्थन देने का फैसला किया है। द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल को लेकर पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, “यह पहली बार है जब मैंने किसी फिल्म के विषय पर इतना गहरा विश्वास किया है कि मैं चाहता हूं कि यह फिल्म दुनिया तक पहुंचे। यह सिर्फ एक फिल्म नहीं है, यह एक मिशन है।” इसके अलावा उन्होंने ने कहा, “बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल की तरह हिन्दुओं को कही जाना नहीं है, जहां है, वही रहना है।”
जितेंद्र नारायण सिंह उर्फ वसीम रिजवी ने कहा, ”फिल्म द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल सच्ची घटनाओं पर आधारित है। रिलीज होने के पहले ही कट्टरपंथी लोग धमकियां दे रहे है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी उन्हें डरा रही हैं।” उन्होंने कहा, ”फिल्म का बजट सिर्फ 5 करोड़ रुपए है और 30 अगस्त, 2024 को सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है।”
वसीम रिजवी ने कहा, ”फिल्म को देखकर समझ में आएगा कि भारत किस तरीके से खतरे में फंस चुका है और उस खतरे में हिंदुस्तान को फंसाने वाली ममता बनर्जी ही हैं क्योंकि पश्चिम बंगाल से रोहिंग्या की फर्जी एंट्री होती है और वहीं से उनके फर्जी आधार कार्ड बनते हैं। फर्जी आधार कार्ड बनाकर वह पूरे देश में फैल रहे हैं।” बता दे, वसीम रिजवी अपनी फिल्म द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल के प्रमोशन के लिए बागेश्वर धाम पहुंचे थे। वो यूपी वक्फ बोर्ड के चैयरमैन भी रह चुके हैं।
आपको बता दे, सनोज मिश्रा द्वारा निर्देशित फिल्म द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल में मुख्य भूमिकाएं यजुर मारवाह, अर्शिन मेहता, रामेंद्र चक्रवर्ती, गौरी शंकर, अवध अश्विनी और आशीष कुमार ने निभाई हैं। फिल्म के ये कलाकार भी बागेश्वर धाम पहुंचे और धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री से मुलाकात की।