भीलवाड़ा।जिले के माण्डल, आसीन्द, सहाडा, शाहपुरा, बनेडा, कोटडी सहित समूचे जिले में हजारों अवैध कोयला भट्टीयां जिम्मेदार अधिकारियों की मिलीभगत, अनदेखी एवं घोर लापरवाही से संचालित हो रही है। अंग्रेजी बबूल की आड़ में नीम, आम, पीपल, बरगद सहित अन्य पेड़ों को प्रतिदिन हजारों की संख्या में अवैध भट्टीयों में झोंककर कोयला बनाया जा रहा है और कोयले को बिना परिवहन अनुमति (ट्रांजिट पास) भीलवाडा से बाहर भेजा जा रहा है।
पीपुल फाॅर एनीमल्स राजस्थान प्रदेश प्रभारी बाबूलाल जाजू ने जिला कलक्टर को पत्र लिखकर कहा कि नए पौधे लगाने के साथ साथ पुराने विशालकाय पेड़ों को बचाने का लक्ष्य होना चाहिए। अवैध कोयला भट्टीयों द्वारा प्रतिदिन दर्जनों कोयले के ट्रकों को फर्जी खसरा नंबर की भट्टी में निर्माण बताते हुए बिना परिवहन अनुमति के भीलवाडा से बाहर परिवहन किया जा रहा है।
जाजू ने कहा कि हजारों की संख्या में अवैध भट्टी संचालकों द्वारा पिछले कुछ वर्षों में लाखों पेड़ों की कटाई कर दी जिससे भीलवाड़ा का तापमान बढ़ने के साथ-साथ वर्षा के अनुपात में काफी मात्रा में कमी आई है। जाजू ने जिला कलक्टर से जिले के सभी उपखण्ड अधिकारियों, वन अधिकारी, उद्योग अधिकारी, तहसीलदारों व पुलिस विभाग को कड़े निर्देश देकर अवैध भट्टियों को ध्वस्त करते हुए हजारो की संख्या में विशालकाय पुराने पेड़ों को कटने से बचाने की मांग की है।
रिपोर्ट: पंकज पोरवाल, भीलवाड़ा