पुणे की ट्रेनी IAS अधिकारी पूजा खेडकर से जुडी हुई खबर सामने आई है। दरअसल, पुणे पुलिस ने पूजा को नोटिस भेजा है। पुलिस ने पूजा को पुणे के डीएम सुहास दिवसे के खिलाफ उत्पीड़न के आरोपों के संबंध में बयान दर्ज कराने के लिए नोटिस भेजा है। पुलिस ने आज यानी 18 जुलाई, 2024 को बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया है।
बता दे किट्रेनी IAS अधिकारी पूजा खेडकर ने डीएम सुहास दिवसे पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई थी। इसी मामले में आज पूजा का बयान दर्ज करने के लिए पुणे पुलिस ने उन्हें बुलाया है। खबरों की माने तो बुधवार को एक पत्र वाशिम स्थित पूजा के अस्थायी आवास पर भेजा गया था, जिसमें पुणे पुलिस ने पूजा को अपना बयान दर्ज कराने के लिए कहा है।
ट्रेनी IAS अधिकारी पूजा खेडकर पर आरोप है कि उन्होंने अपने जाति प्रमाण पत्र और अपने पद का दुरुपयोग किया। पूजा पर अपनी निजी कार लाल बत्ती लगाने के साथ ही महाराष्ट्र शासन लिखवाने का भी आरोप है। बता दे, डीएम सुहास दिवसे ने उनके व्यवहार के बारे में सीनियर अफसरों को रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद पूजा को पुणे से वाशिम में एडिशनल असिस्टेंट कलेक्टर के रूप में ट्रांसफर कर दिया गया था।
खबरों के मुताबिक, उत्तराखंड के मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री नेशनल एडमिनिस्ट्रेशन एकेडमी ( LBSNAA ) ने पूजा खेडकर महाराष्ट्र से से ट्रेनिंग प्रोग्राम कैंसिल कर दिया है। साथ ही एकेडमी ने उन्हें तुरंत वापस बुलाने के लिए लेटर भी जारी किया है। इसके अलावा एकेडमी ने महाराष्ट्र गवर्नमेंट को भी इस संबंध में लेटर लिखकर सूचित किया गया है। खेडकर को हर हाल में 23 जुलाई 2024 तक लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी में रिपोर्ट करने को कहा गया है।
पूजा खेडकर पर लगे है ये आरोप
निजी गाड़ी पर लाल बत्ती लगाना
गाड़ी पर महाराष्ट्र शासन लिखना
फर्जी जाती प्रमाणपत्र देने का आरोप
फर्जी दिव्यांग सर्टिफिकेट का आरोप
कौन हैं IAS पूजा खेडकर?
पूजा खेडकर 2023 बैच की IAS अफसर है। खेडकर पर आरोप है कि उन्होंने यूपीएससी पास करने के लिए फर्जी दिव्यांगता और अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) प्रमाण पत्र जमा किए थे। कहा ये भी जा रहा है कि पूजा ने बार-बार मेडिकल जांच करवाने से मना करती आई हैं। बीते दिनों VIP ट्रीटमेंट की मांग को लेकर वह विवादों में घिरीं थी। जिसके बाद खेडकर का पुणे से वाशिम ट्रांसफर कर दिया गया था।