नई दिल्ली। एक्सरसाइज करने से न सिर्फ हमारा शरीर फिट और हेल्दी रहता है बल्कि इतने बिजी लाइफ स्टाइल में दिमाग पर भी इसका पॉजिटिव असर पड़ता है। शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर रहता है। हाई ब्लड प्रेशर की समस्या दूर होती है। नींद न आने की समस्या दूर होती है, वगैरह-वगैरह। साल 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फिट इंडिया कैंपन भी लॉच किया था ताकि लोगों को शारीरिक गतिविधियों की अहमियत बताई जा सके।
किन्हें कहा जाता फिजिकली इनएक्टिव?
साल 2018 में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दुनियाभर में एक एक्शन प्लान लॉन्च किया था। कोई वयस्क व्यक्ति एक सप्ताह में 150 मिनट से कम और अगर कोई किशोर एक सप्ताह में 60 मिनट से कम शारीरिक गतिविधि कर रहा था तो इसका मतलब है कि उसकी फिजिकल ऐक्टिविटी अपर्याप्त है।
और उसे एक्सर्साइज और शारीरिक गतिविधियों को बढ़ाने की जरूरत है।
एक घंटे भी नहीं करते शारीरिक व्यायाम
लेकिन लैंसट के हालिया अध्ययन में दावा किया गया है कि 2022 में भारत में लगभग 50 फीसदी वयस्क शारीरिक रूप से एक्टिव नहीं थे। विश्व स्तर पर पाया गया कि लगभग एक तिहाई वयस्क शारीरिक गतिविधियों में शामिल नहीं रहते।
एक्सरसाइज नहीं करने के नुकसान
द लांसेट डायबिटीज एंड एंडोक्रिनोलॉजी जर्नल में प्रकाशित 2023 इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च-इंडिया डायबिटीज (आईसीएमआर-इंडआईएबी) अध्ययन में अनुमान लगाया गया है कि 2021 में भारत में 10 करोड़ लोग मधुमेह से पीड़ित थे और उसी वर्ष लगभग 31 करोड़ लोगों को हाई ब्लड प्रेशर की समस्या थी। अध्ययन के अनुसार 25 करोड़ लोगों को मोटापा होने और 18.5 करोड़ लोगों को एलडीएल या ‘खराब’ कोलेस्ट्रॉल का उच्च स्तर होने का अनुमान लगाया गया था।