जैसलमेर के जिला कलेक्टर प्रताप सिंह ने चिकित्सा अधिकारियों को स्वास्थ्य सूचकांकों में सुधार कर जिले को अग्रणीय जिलों में लाने के लिये विशेष प्रयास करने के निर्देश दिये। उन्होंने आयुष्मान कार्ड के पात्र लाभार्थियों की शत प्रतिशत ई केवाईसी एएनएम व आशाओं के माध्यम से करवाने के निर्देश दिए। जिला कलेक्टर सिंह ने कलक्टर सभागार में मंगलवार को आयोजित जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में यह निर्देश दिए।
जिला कलेक्टर सिंह ने चिकित्सा अधिकारियों को प्रतिमाह सेक्टर बैठकों का प्रभावी आयोजन करने तथा खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारियो को सेक्टर बैठकों में उपस्थित होकर आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और एएनएम के साथ समस्त स्वास्थ्य सूचकांकों पर चर्चा कर प्रगति में अपेक्षित सुधार लाने के निर्देश दिए।
जिला कलेक्टर ने एएनसी पंजीकरण , 12 सप्ताह एएनसी, टीकाकरण, संस्थागत प्रसव में कम प्रगति वाले चिकित्सा संस्थानों के प्रभारी चिकित्सा अधिकारियो को अविलंब सूचकांको में सुधार के लिए आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं एएनएम का सहयोग लेकर कार्य योजना अनुसार कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने चिकित्सा अधिकारियों को प्रत्येक सेक्टर में एक उप स्वास्थ्य केंद्र को डिलीवरी प्वाइंट के रूप में चिन्हित कर क्रियाशील करने, मिसिंग डिलीवरी व घरेलू प्रसव पर विशेष निगरानी रखने के निर्देश दिए।
उन्होंने चिकित्सा अधिकारियों को जिले में स्वास्थ्य विभाग की समस्त योजनाओं एवं कार्यक्रमों का प्रभावी क्रियान्वयन करने तथा महत्वपूर्ण योजनाओं मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना, मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना, मुख्यमंत्री निशुल्क जांच योजना, एनीमिया मुक्त राजस्थान कार्यक्रम, परिवार कल्याण कार्यक्रम व जननी सुरक्षा योजना, मुख्यमंत्री राज श्री योजना का बेहतरीन ढंग से संचालन कर इसकी प्रभावी मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए।
उन्होंने ने मुख्यमंत्री राजश्री योजना एवं जननी सुरक्षा योजना के अंतर्गत लाभान्वित समस्त लाभार्थियों को प्रोत्साहन राशि का समय पर भुगतान करने के निर्देश दिए एवं कहा कि जो बकाया भुगतान रहा है उनको शीघ्र अनिवार्य रूप से भुगतान करवाकर शून्य की स्थिति में लावे। उन्होंने हाई रिस्क वाली गर्भवती महिलाओं की पहचान कर गंभीरता पूर्वक बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं से लाभान्वित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने एनीमिया की रोकथाम के लिए पीसीटीएस सॉफ्टवेयर में पंजीकृत गर्भवती महिलाओं की समय पर प्रसव पूर्व जाचे करवा कर उपचार से लाभान्वित करने तथा शिक्षा अधिकारियों को शाला दर्पण पोर्टल पर विद्यार्थियों द्वारा सेवन की गई आईएफए की गोलियों की पूर्ण रिपोर्टिंग करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को अपने ब्लॉक क्षेत्र का हेड काउंट सर्वे रिपोर्ट, नियमित टीकाकरण कार्य योजना व एमसीएचएन दिवसों की कार्ययोजना जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ नारायण राम को अविलंब प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
उन्होंने चिकित्सा अधिकारियों को एमसीएचएन दिवसों की प्रभावी मॉनिटरिंग करने, डाटा एंट्री ऑपरेटरो से सही डेटा रिपोर्टिंग करवाने, परिवार कल्याण कार्यक्रम अंतर्गत दो बच्चों पर नसबंदी करवाने के लिए योग्य दंपतियों को प्रेरित करने तथा मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना अंतर्गत जिले की रैंकिंग में सुधार लाने के लिए आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ बी एल बुनकर ने माह मई 2024 तक विभागीय कार्यक्रमो और योजनाओं अंतर्गत निर्धारित स्वास्थ्य सूचकांकों की प्रगति रिपोर्ट के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की गई। डीटीओ डॉ बलवीर चौधरी ने क्षय नियंत्रण कार्यक्रम की प्रगति रिपोर्ट के संबंध में अवगत कराया।
बैठक में डॉ राजेंद्र कुमार पालीवाल, डॉ चंदन सिंह, उपनिदेशक महिला एवं बाल विकास विभाग महेश गुप्ता, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी नैनाराम जाणी, उपनिदेशक महिला अधिकारिता विभाग अशोक गोयल, पीएमओ पोकरण डॉ अनिल गुप्ता, जिला क्षय नियंत्रण अधिकारी डॉ बलबीर चौधरी, जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ नारायण राम मौजूद थे।
इसके अलावा बैठक में जिला औषधि भंडार प्रभारी अधिकारी डॉ निखिल शर्मा, एसएमओ डॉ कृति पटेल, समस्त खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डीपीओ अजय सिंह कड़वासरा व विजय सिंह, डीएनओ पवन शर्मा एवं जिले के समस्त सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रो के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी उपस्थित थे।