पश्चिमी राजस्थान में अवैध मादक पदार्थ की तस्करी के मामलों में 15 सालों से फरार चल रहे सबसे बड़े मोस्ट वांटेड इनामी तस्कर को जोधपुर रेंज आईजी की साइक्लोन टीम को बाड़मेर पुलिस ने फिल्मी अंदाज में “ऑपरेशन मोना” अंजाम देकर गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है आरोपी के कब्जे से दो 9 एमएम पिस्टल 63 जिंदा कारतूस दो गाड़ियां बरामद की है।
जोधपुर रेंज आईजी विकास कुमार के निर्देशन में ब्रांच की स्पेशल साइक्लोन टीम व बाड़मेर पुलिस लगातार अवैध मादक पदार्थों की तस्करी के सरगनाओं पर कड़ा प्रहार कर रही हैं। पिछले दो महीना से जोधपुर रेंज आईजी की स्पेशल टीम साइक्लोन ऑपरेशन मोना चलकर पश्चिमी राजस्थान के सबसे बड़े मादक पदार्थ के मोस्ट वांटेड व 1लाख 5 हजार के इनामी तस्कर की तलाश कर रही थी। शनिवार रात को साइक्लोन टीम व बाड़मेर पुलिस ने बाड़मेर शहर के चंदन नगर में दबिश फिल्मी अंदाज में तीन बार पुलिस पर फायरिंग कर भाग चुके कुख्यात अपराधी की ड्रोन से रैकी कर गिरफ्तार किया।
जोधपुर रेंज आईजी विकास कुमार ने बताया कि आरोपी जसा राम 12 वीं पढ़ाई के बाद तेल उत्खनन क्षेत्र केयर्न वेदांता कंपनी में ड्राइविंग शुरू की उसके शराब तस्करी में कदम रखा लेकिन उसमें मुनाफा नहीं हुआ तो गॉड फादर बनाया मादक पदार्थों की तस्करी शुरू की। और लगातार प्रतापगढ़ व चित्तौड़ गढ़ से पश्चिमी राजस्थान में मादक पदार्थों की सप्लाई कर रहा था।
अपराधी पर एक दर्जन से अधिक एनडीपीएस के मामले दर्ज है जिसमें तीन बार तीन जिलों की पुलिस पर फायरिंग कर पिछले 15 सालों से फरार चल रहा था। लेकिन पुलिस को अपराधी का कोई सुराग नहीं मिल रहा था। इसके बाद आईजी विकास कुमार ने इस कुख्यात अपराधी को पकड़ने के लिए साइक्लोन टीम को ऑपरेशन मोना का नाम देकर जिम्मेदारी दी।
साइक्लोन टीम ने “ऑपरेशन मोना” के तहत बाड़मेर शहर में बलदेव नगर स्थित अपराधी के मकान के पास ही पुलिस जवानों ने किराएदार बनकर नजर शुरू की। एक दिन जसा राम की पत्नी ने कहा कि मेरा बेटा अपने पिता के हाथ से ही खाना खाता है इसके बाद साइक्लोन टीम के जवानों ने पत्नी पर नजर रखी तो पता लगा की पत्नी रात्रि को फिक्स समय कही जाती हैं उसके बाद फिर वापस आ जाती हैं।
उसी के आधार पर साइक्लोन टीम ने अपराधी के चंदन नगर स्थित गैरेज ठिकाने का पता चला जिसके बाद शनिवार रात को पुलिस की अलग-अलग टीमों ने ड्रोन से निगरानी की और उसके बाद कमांडो टीम ने पूरे गेराज को घेर कर जसा राम को सरेंडर करने की आवाज लगाई इसके बाद वह हथियार लेकर छत पर चढ़ गया खुद को चारों तरफ से पुलिस कमांडो से घिरा देख आत्मसमर्पण कर दिया।
प्रारंभिक पूछताछ में पुलिस टीम को तस्करी में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। आईजी विकास कुमार ने बताया कि वह गेराज में ही तस्करी में प्रयुक्त होने वाली गाड़ियों की रिपेयरिंग करता था। और इस गेराज में आलीशान आधुनिक सुविधाओं युक्त रहने के लिए घर भी बना रखा था।
रिपोर्ट: ठाकराराम मेघवाल, बाड़मेर