मुंबई। लोकसभा चुनाव में जीतने के बाद बीजेपी नेता नारायण राणे ने गुरुवार (छह जून) को महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे से उनके निवास स्थान शिवतीर्थ पर मुलाकात की। राज ठाकरे ने नारायण के लिए इस लोकसभा चुनाव में जनसभा भी की थी, इसलिए उनका धन्यवाद कहने के लिए नारायण राणे अपने बेटे नितेश राणे के साथ राज ठाकरे से मुलाकात करने पहुंचे थे।
उन्होंने मीडिया से कोई बात नहीं की। राज ठाकरे से नारायण राणे की मुलाकात, महाराष्ट्र में मनसे प्रमुख को चर्चा में ला दिया है। भले ही राज ठाकरे चुनावी मैदान में न उतरे हों लेकिन उनकी प्रासंगिकता बरकरार है।
राज ठाकरे का था मोदी को समर्थन
राज ठाकरे ने बिना शर्त लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को समर्थन दिया था। इसी साल महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव होने हैं। राज ठाकरे और बीजेपी के बीच कैसे सियासी फैसले होते हैं, इस पर सबकी नजरें टिकी हैं। जहां तक नारायण राणे की बात है तो उन्होंने रत्नागिरी सिंधुदुर्ग सीट से जीत हासिल की है।
यहां उद्धव ठाकरे ने विनायक राउत को उम्मीदवार बनाया था। रत्नागिरी सिंधुदुर्ग सीट पर नारायण राणे को 448514 वोट मिले। वो 47858 वोटों के अंतर से चुनाव जीते। उद्धव गुट के विनायक राउत को 400656 वोट मिले और वो दूसरे नंबर पर रहे।
इस सीट पर थे नौ उम्मीदवार
इस सीट पर कुल नौ उम्मीदवारों ने अपनी किस्मत आजमाई। महाराष्ट्र लोकसभा चुनाव में नारायण राणे जहां एक तरफ अपनी सीट बचाने में कामयाब रहे, पार्टी को राज्य में करारी हार का सामना करना पड़ा है। बीजेपी महाराष्ट्र में दूसरे नंबर की पार्टी बन गई। 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने सबसे ज्यादा सीटें जीती थीं लेकिन इस बार दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू सकी।