नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में लगातार तीसरी बार एनडीए की जीत के बाद पीएम नरेंद्र मोदी मंगलवार रात पार्टी मुख्यालय पहुंचे। इस दौरान पीएम का भव्य स्वागत हुआ। पीएम ने इस दौरान कहा कि लगातार तीसरी बार उनकी सरकार बनना तय है। पीएम ने बीजेपी और एनडीए को वोट डालने के लिए जनता जनार्दन को धन्यवाद करार दिया। पीएम के भाषण के दौरान लोगों ने मोदी…मोदी के नारे भी लगाए।
पीएम ने कहा कि मेरी मां के निधन के बाद यह मेरा पहला चुनाव था, लेकिन देश की करोड़ों मां बहनों ने मुझे खूब आर्शीवाद दिया। मुझे मां की कमी खलने नहीं दी। पीएम मोदी ने जय जगन्नाथ के साथ अपने भाषण की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि आपके प्यार और आशीर्वाद के लिए मैं सभी देशवासियों का कर्जदार हूं।
आज बड़ा मंगल दिन हैं. इस पावन दिन पर एनडीए की लगातार तीसरी बार सरकार बननी तय है. हम सभी जनता जनार्दन के बहुत आभारी है. पीएम ने कहा, ‘देश में तीसरी बार एनडीए की सरकार बननी तय है. देशवासियों ने बीजेपी पर NDA पर पूर्ण विश्वास जताया है. आज की ये विजय दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की जीत है. ये सबका साथ सबका विकास के मंत्र की जीत है. ये 140 करोड़ भारत की जीत है.’
नीतीश और चंद्रबाबू नायडू का किया जिक्र…
पीएम ने कहा कि बीजेपी ओडिशा में सरकार बनाने जा रही है। लोकसभा चुनाव में भी ओडिशा में बेहतर प्रदर्शन किया है। बीजेपी ने केरला में भी सीट जीती है। इस चुनाव के इस जनादेश के कई पहलू है। 1962 के बाद पहली बार कोई सरकार अपने दम पर दो कार्यकाल पूरे करने के बाद तीसरी बार आई है। जहां भी विधानसभा के चुनाव हुए हैं, वहां पर NDA को बहुमत मिला है। आंध्र में चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व में और बिहार में नीतीश बाबू के नेतृत्व में हमने शानदार प्रदर्शन किया। एनडीए को मिले जनादेश से मैं नतमस्तक हूं। मेरी मां के जाने के बाद मेरा पहला चुनाव है, देश की माताओं ने मुझे अभूतपूर्व प्यार दिया.’
नतीजों के बाद मल्लिकार्जुन खड़गे ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस
नतीजों के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा, “आज जो देश में चुनाव के रिजल्ट आए हैं, ये जनता का रिजल्ट है। यह लड़ाई मोदी बनाम जनता है। हम विनम्रता से जनमत को मानते हैं। यह मैनडेट मोदी के खिलाफ है। कायदे से यह मोदी की नैतिक हार है।’ कांग्रेस प्रमुख ने कहा, “यह मोदी की नैतिक हार है। जो हर जगह अपने नाम से वोट मांगते थे।
हमने प्रतिकूल माहौल में चुनाव लड़ा। हमारे बैंक खाते सील कर दिए गए थे, नेताओं को जेल में डाला गया।’ शुरू से आखिर तक कांग्रेस पार्टी का कैंपेन सकारात्मक था। हमने महंगाई, रोज़गार जैसे मुद्दों पर चुनाव लड़ा।” खरगे ने कहा, “प्रधानमंत्री ने जिस तरह से कैंपेन किया, वह लंबे समय तक याद किया जाएगा। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा और न्याय यात्रा सफल रही।
प्रधानमंत्री ने चुनाव प्रचार के दौरान जनता के बीच झूठ फैलाया।” कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, “हमने राहुल गांधी की दोनों यात्राओं और लोगों से मुलाकात को अपनी कैंपेन का आधार बताया। हमने इसी आधार पर अपना गारंटी कार्ड बनाया। हमें लोगों को समझाने में सफलता मिली।” खरगे ने कहा, “BJP ने संवैधानिक संस्थाओं पर कब्जा करने की कोशिश की। फिर लोगों को धमकाया, नहीं माने तो जेल में डाला और पार्टी भी तोड़ ली।
लोगों को पता चल गया था कि अगर मोदी को बहुमत मिला, तो उसका दुरुपयोग होगा। मुझे खुशी है कि BJP अब इस षड्यंत्र में सफल नहीं हो पाएगी।” अंत में खरगे ने राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और सोनिया गांधी समेत देश के करोड़ों कार्यकर्ताओं, इंडी गठबंधन के सभी साथियों और समर्थकों का शुक्रिया अदा किया। खरगे ने कहा, “अभी हमारी लड़ाई अंजाम तक नहीं पहुंची है, अभी हमें लोगों के लिए, संविधान की सुरक्षा और विपक्ष के मुद्दों के लिए लड़ते रहना होगा।”
यह चुनाव हम भाजपा, हिंदुस्तान की संस्था, सीबीआई-ईडी, इन सबके खिलाफ लड़े
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि यह चुनाव इंडी गठबंधन और कांग्रेस पार्टी सिर्फ एक राजनीतिक दल के खिलाफ नहीं लड़ी, यह चुनाव हम भाजपा, हिंदुस्तान की संस्था, सीबीआई-ईडी, इन सबके खिलाफ लड़े, क्योंकि इन संस्थाओं को नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने डराया-धमकाया। लड़ाई संविधान को बचाने की थी। जदयू और टीडीपी के साथ मिलकर सरकार बनाने की संभावनाओं पर राहुल गांधी ने कहा कि हम इंडी गठबंधन के हमारे साथियों के साथ कल बैठक करेंगे।
उसके बाद ही इस संबंध में कुछ कहा जा सकेगा। हम अपने गठबंधन के दलों से बात किए बिना हम इस पर कोई बयान नहीं देना चाहते। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, “इसे (संविधान) बचाने का काम हिंदुस्तान के सबसे गरीब लोगों ने किया है। उन्होंने कमाल कर दिया। मज़दूरों, किसानों, दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों ने इस संविधान को बचाने का काम किया है।
प्रधानमंत्री अपनी साख खो चुके हैं, उन्हें इस्तीफा देना चाहिए : ममता बनर्जी
“मैंने अखिलेश यादव को धन्यवाद दिया है, आने वाले चुनाव में अखिलेश यादव ही उत्तर प्रदेश में जीतेंगे। बिहार के परिणाम की सत्यता नहीं है, तेजस्वी यादव से मेरी बात हुई है, उन्होंने कहा कि अभी मतगणना बाकी है। मैंने शरद पवार, उद्धव ठाकरे, कल्पना सोरेन और सुनीता केजरीवाल को भी धन्यवाद किया है। मुझे खुशी है कि प्रधानमंत्री ने बहुमत का आंकड़ा हासिल नहीं किया। प्रधानमंत्री अपनी साख खो चुके हैं, उन्हें इस्तीफा देना चाहिए।
क्योंकि उन्होंने कहा था कि इस बार 400 पार। मैने आपसे कहा था कि 200 पार भी होगा या नहीं पता नहीं। अब उन्हें टीडीपी और नीतीश कुमार के पैर पकड़ने होंगे।” ममता बनर्जी ने कहा “बंगाल के लोगों की राय से मैं खुश हूं, जिस संदेशखाली को लेकर दुष्प्रचार फैलाया गया, हमारी मां-बहनों का असम्मान किया गया लेकिन उसके बावजूद भी हम संदेशखाली सीट जीतें।”
वाराणसी से पीएम मोदी ने लगाई जीत की हैट्रिक
वाराणसी। लोकसभा चुनाव 2024 की तस्वीर करीब-करीब साफ हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी लोकसभा सीट से जीत की हैट्रिक लगाई है। उन्होंने कांग्रेस के प्रत्याशी अजय राय को डेढ़ लाख से अधिक वोटों से हरा दिया है। पीएम मोदी तीसरी बार वाराणसी लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में उतरे। पीएम मोदी को 6,12,970 वोट मिले हैं, वहीं कांग्रेस के अजय राय को 4,60,457 और बसपा के अतहर जमाल लारी को 33,766 प्राप्त हुए हैं।
पीएम मोदी वाराणसी सीट पर 1 लाख 50 हजार 513 वोट से चुनाव में विजयी हुए हैं। पीएम मोदी के तीसरी बार काशी से विजयी होने पर भाजपा के कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर है। कार्यकर्ताओ ने हाथों में पीएम मोदी की तस्वीर लेकर जश्न मनाया। साथ ही एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी का इजहार किया।
लोकसभा चुनाव प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूरी तरह अपने ऊपर केन्द्रित किया: अशोक गहलोत
राजस्थान में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लोकसभा चुनाव 2024 के रुझानों को देखकर पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साथा है। गहलोत ने एक्स पर लिखा कि 2024 का लोकसभा चुनाव प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूरी तरह अपने ऊपर केन्द्रित किया। प्रचार में मोदी की गारंटी, फिर से मोदी सरकार जैसे जुमले भाजपा शब्द से ज्यादा सुनाई और दिखाई दिए। प्रत्याशियों को बायपास कर पूरा चुनाव मोदी की गारंटी के नाम पर चला। चुनाव में महंगाई, बेरोजगारी, समाज में बढ़ता तनाव जैसे मुद्दे गौण हो गए।
और केवल मोदी-मोदी ही सुनाई देने लगा। प्रधानमंत्री ने संसद में अपने नेतृत्व में भाजपा के 370 और एनडीए के 400 सीटें पार करने का दावा किया था। अब यह स्पष्ट हो गया है कि ना तो भाजपा को 370 सीटें मिल पाएंगी और ना ही एनडीए को 400 सीटें मिलेंगी। प्रधानमंत्री मोदी के नाम पर भाजपा को स्पष्ट बहुमत भी नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में नरेन्द्र मोदी को अपना नाम अब प्रधानमंत्री पद की दावेदारी से हटा लेना चाहिए।