जैसलमेर। पशुपालन विभाग में शुक्रवार को नोडल मीटिंग का आयोजन किया गया। इस मीटिंग में पंचायत समिति सम एवं जैसलमेर की बैठक का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता उपनिदेशक डॉ उमेश वरगंटीवार द्वारा की गई। इसमें सभी पशु चिकित्सालय एवं उपकेंद्र के अधिकारी कर्मचारियों ने भाग लिया। इस मीटिंग में उपनिदेशक द्वारा विभागीय कार्यक्रम एवं कर्रा रोग के बारे में विस्तृत से चर्चा की गई।
डॉ वरगंटीवार ने बताया कि कर्रा रोग दुधारु व स्वस्थ पशुओं में मुख्य रुप से पाया जाता है। पशुपालकों को अपने पशुओं कर्रा रोग से बचाव हेतु सलाह दी जाती है। जैसलमेर जिले में पशुओ में खुली चराई की परम्परा है यहां पशुओ को बाड़े में बांधा नहीं जाता है। पशु फास्फोरस डिफिशिंएसी को पूरा करने के लिये मृत पशुओ की हड्डी को चबाते है, इन्ही में यह जीवाणु पाया जाता है अतः मृत पशुओं का उचित निस्तारण किया जाना चाहिए। इस के लिए समस्त सरपंच एवं पंचायतीराज विभाग के माध्यम से मृत पशुओ का निस्तारण किया जाना अपेक्षित है।
बीमार पशुओं को स्वस्थ पशुओ से अलग रखना चाहिये। गौवंश को यथा संभव जहां टूबवेल, नहर के पानी से अपने खेत में हरा चारा बो कर खिलाने की सालह दी गई। गौवंश को नियमित रूप से डिवार्मीग एवं फोस्फारस युक्त मिनरल मिक्सचर खिलाने की सालाह दी गई है। दुधारू एवं ग्याभिन पशुओ को नियमित रूप से संतुलित आहार (दाला, पशुआहार) खिलाने की सालाह दी। बीमारी के शुरूवाती लक्षण पाये जाने पर एक्टीवेटड चारकोल लगातार तीन दिन पिलाने की सालाह दी गई। बाजरे की रोटी को तवे पर (कोयला जैसे) गरम कर, उसे कुटकर पानी में मिलाकर दिन में दो बार पिला सकते है।
डॉ प्रसन्नापांच पांडे वीओ द्वारा नवीन भवन हेतु प्रस्ताव एवं मरम्मत हेतु प्रस्ताव जल्द ही प्रस्तुत करने व राष्ट्रीय कार्यक्रम एनएआईपी में किये गये कार्य को अधिक से अधिक ऑनलाईन करने हेतु निर्देश दिये गये। भीषण गर्मी को देखते हुये पशुपालकों को अपने पशुओं को गोष्ठी के माध्यम से गर्मी से बचाव हेतु चर्चा की गई। पिछले सत्र में उत्कृष्ट कार्य हेतु पशुधन निरीक्षक अजय कुमार उपकेन्द्र लूणार, प्रेमसिंह उपकेन्द्र बांधा व श्रवणसिंह रायमला को सम्मानित किया गया। बैठक में डॉ. चणनाराम, डॉ. विकास कुमार, डॉ. राकेश कुमार, डॉ. दीपेन्द्रसिंह, डॉ. दाउदयाल, विक्रम, सोहनसिंह, मनोज व्यास, विजय हर्ष, भरत, संतोष पुरोहित इत्यादि उपस्थित थे।