मुंबई। मुंबई के Ghatkopar hoarding case में ईगो मीडिया कंपनी के मालिक भावेश भिड़े को मुंबई क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है। मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने उदयपुर से मुख्य आरोपी भावेश को गिरफ्तार कर मुंबई लेकर आ रही है। दरअसल, ईगो कंपनी के मालिक भावेश भिंडे पर अवैध होर्डिंग लगाने को लेकर पहले कई बार जुर्माना लगा चुका है। यही नहीं भिंडे के खिलाफ रेप का मामला भी दर्ज हो चुका है।
इस साल की शुरुआत में मुलुंड पुलिस स्टेशन में रेप और छेड़छाड़ का केस दर्ज किया गया था। हालांकि बाद में भिंडे को अग्रिम जमानत मिल गई थी। इससे पहले सोमवार को पंत नगर पुलिस ने होर्डिंग के मालिक भावेश प्रभुदास भिंडे के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। भावेश की कंपनी के पास होर्डिंग लगाने का ठेका था। घाटकोपर में होर्डिंग गिरने से 16 लोगों की मौत हो गई थी। भयानक हादसे में करीब 75 लोग घायल हो गए थे।
100 करोड़ का होर्डिंग घोटाला : किरीट सोमैया
शिवसेना नेता और विधायक आदित्य ठाकरे ने बुधवार (15, मई) को अपनी सभा में कहा था कि घाटकोपर होर्डिंग हादसे के पीछे केंद्र सरकार के अंतर्गत आने वाला रेलवे विभाग है और इसी वजह से रेल मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए। किरीट सोमैया ने पलटवार करते हुए बताया कि इस घोटाले की शुरुआत 30 जनवरी 2020 में हुई।
उस समय की सरकार ने महाराष्ट्र डीजीपी को कहा था कि घाटकोपर की उस जगह पर पेट्रोल पंप और होर्डिंग लगाना है. होर्डिंग का कॉन्ट्रेक्ट संजय राउत और सुनील राउत के दोस्त ईगो मीडिया को देना है तो वहीं पेट्रोल पंप की जिम्मेदारी उद्धव ठाकरे के किसी मित्र लॉर्ड्स मार्क इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड को देनी है. यहां एक होर्डिंग की महीने की कमाई 50 लाख रुपए हैं और ऐसी कुल चार साइट है।
इनमें एक साइट की इनकम दो करोड़ रुपए है. यानी की करीबन 100 करोड़ रुपए भावेश भिंडे की कंपनी को मिला है और पेट्रोल पंप को 25 करोड़ रुपए मिलता है. इतना कमाने के बाद सरकार को कुछ नहीं मिला और पुलिस कल्याण निधि में सिर्फ सवा दो करोड़ दिए गए हैं। सोमैया का यह भी कहना है की इस होर्डिंग के लिए सेफ्टी सर्टिफिकेट भी फर्जी दिया गया है।
डॉक्ट्यूमेंस के मुताबिक, सिटी इंजीनियरिंग सर्विसेज नाम की कंपनी ने 24 अप्रेल 2023 में इस होर्डिंग का सेफ्टी सर्टिफिकेट दिया था, जो मनोज रामकृष्णन नाम के शख्स ने बनाया था. सोमैया ने इस शख्स के खिलाफ िरपोर्ट दर्ज कर करवाई करने की मांग की है।