माले। चीन प्रेमी मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू को आखिरकार ये अहसास हो गया है कि भारत की मदद के बगैर उसकी नैया पार नहीं होने वाली है। यही वजह है कि शुरू में चीन से प्रेम रखने और भारत के खिलाफ तड़क-भड़क दिखाने वाले मुइज्जू को जल्द ही अपनी हैसियत पता चल गई।
लिहाजा पहले तो उन्होंने भारत से संबंध बहाल करने की बात की और फिर पीएम मोदी से अपने देश के रुके कई विकास कार्यों के लिए मदद की गुहार लगाई। इतना ही नहीं उन्होंने गत हफ्ते अपने विदेश मंत्री मूसा जमीर को नई दिल्ली भेजा।
भारत ने मालदीव को फिर 50 मिलियन डॉलर की मदद देकर बड़ा उपकार किया। 8-10 मई तक विदेश मंत्री मूसा जमीर भारत की आधिकारिक द्विपक्षीय यात्रा पर थे। मालदीव सरकार भारत सरकार के इस उदार समर्थन की अत्यधिक सराहना करती है, जो मालदीव को भारत प्रदान कर रहा है।
भारत सरकार की इस सहायता से मालदीव में बड़ी संख्या में ढांचागत विकास परियोजनाएं और उच्च प्रभाव सामुदायिक विकास परियोजनाएं चल रहीं हैं। इसमें अनुदान सहायता के रूप में भी भारत का एक उल्लेखनीय हिस्सा शामिल है। मालदीव सरकार अपने लोगों के पारस्परिक लाभ और समृद्धि के लिए इस सहयोगी साझेदारी को जारी रखने के लिए तत्पर है।