थार नगरी के जिला मुख्यालय बाड़मेर मे हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी संत निरंकारी मिशन की सामाजिक शाखा संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन द्वारा रविवार को प्रातः 8 बजे से 1 बजे तक विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन शहर के महावीर नगर स्थित सिटी सेंटर के पास सिंधी धर्मशाला में किया गया।
रक्तदान शिविर का शुभारंभ दिल्ली से पधारे ज्ञान प्रचारक महात्मा जसविंदर सिंह, बाड़मेर जॉन के जॉनल प्रभारी संत शांतिलाल, क्षेत्रीय संचालक नरसिंह पालीवाल, मुखी लक्ष्मणाराम भील, पप्पू कुमार, ब्लड बैंक समूह से कनिष्ठ विशेषज्ञ महेश कुमार के कर कमलों द्वारा फीता काटकर किया। रक्तदान शिविर में 180 यूनिट रक्त संग्रहित किया गया।
जिसमें 60 प्रतिशत महिलाओं ने रक्तदान किया साथ ही रक्तदान को लेकर महिलाओं एवं पुरुषों में उत्साह देखने को नजर आया। रक्तदान के दौरान उपस्थित सभी अतिथियों ने रक्तदान शिविर का निरीक्षण किया। निरंकारी जगत में 24 अप्रैल को विश्व के विभिन्न स्थानों पर संत निरंकारी मिशन की समाज कल्याण शाखा संत निरंकारी फाउंडेशन के तत्वावधान में रक्तदान शिविर की अविरल श्रंखलाओं का व्यापक स्तर पर आयोजन किया जाता है।
रक्तदान शिविर में मानवता की भलाई हेतु रक्तदाताओं ने रक्तदान कर निःस्वार्थ सेवा का उदाहरण प्रस्तुत किया। इस रक्तदान शिविर में रक्त को संग्रहित करने हेतु राजकीय चिकित्सालय ब्लड बैंक की ओर से कनिष्ठ विशेषज्ञ महेश कुमार, धर्मनारायण, ओमप्रकाश जांगिड़, धीरज, भल्लाराम, ललित मोहनकिरी, जोगेंद्र कुमार माली, शिवलाल, कमलेश सोनी, भंवराराम, मदन, गेनाराम उपस्थित रहे।
रक्तदान शिविर में सुबह 7 बजे ही रक्तदाताओं की कतारे लगनी शुरू हो गयी जिसमें 200 से अधिक रक्तदाताओं का रजिस्ट्रेशन किया गया एवं 180 यूनिट रक्त संग्रहित किया साथ ही सभी रक्तदाताओं को रक्तदान करने के बाद ज्यूस पिलाकर फल वितरित किए गए। शिविर के दौरान समस्त निरंकारी सेवादलो ने उत्साह के साथ सेवाए की एवं अन्य लोगों को निरंकारी मिशन के बारे में परिचय करवाने के लिए भी सेवादलो ने सेवाए की। रक्तदान शिविर के साथ ही भव्य निरंकारी सत्संग का भी आयोजन संत जसविंदर सिंह के सानिध्य में किया गया।
जिसमें कई निरंकारी अनुयायियों ने भजन एवं विचार प्रस्तुत किए। सत्संग के दौरान संत जसविंदर सिंह ने विचारों में कहा कि, निरंकारी मिशन द्वारा यह दिन युगप्रवर्तक बाबा गुरबचन सिंह के परोपकारी जीवन एवं उनकी लोक कल्याण की भावना को समर्पित है। युगदृष्टा सत्गुरू बाबा हरदेव सिंह महाराज के निर्देश कि ‘रक्त नाड़ियों में बहना चाहिए नालियों में नहीं’ की पालना करते हुए निरंकारी मिशन द्वारा सन 1986 से आरंभ हुई परोपकार की यह मुहिम, महाअभियान के रूप में आज अपने चरमोत्कर्ष पर है।
इन शिविरों में अभी तक 13,31,906 युनिट रक्त मानवमात्र की भलाई हेतु दिया जा चुका है और यह सेवाएं निरंतर जारी है। रक्तदान शिविर के दौरान संत शांतिलाल ने कहा कि, मानव कल्याण हेतु सन्त निरंकारी मिशन द्वारा समय-समय पर भारत के कोने-कोने में न केवल रक्तदान शिविरों का आयोजन किया जाता है बल्कि पौधारोपण, सफाई अभियान, अचानक आने वाली विपदाऐं जैसे भूकम्प या बाढ़ आदि के अवसर पर भी जरूरतमंदों की भरपूर सहायता की जाती है।
युगप्रवर्तक बाबा गुरुबचन सिंह महाराज ने अपना सम्पूर्ण जीवन मानवता के कल्याणार्थ समर्पित किया। उन्होंने ब्रह्मज्ञान की दिव्य दात द्वारा मानव को मानव से जोड़कर प्रेम और मिठास की सदा बहने वाली निर्मल धारा को प्रवाहित कर हर ह्रदय में अपना स्थान बनाया। उनकी इन्हीं दिव्य सिखलाइयो को वर्तमान में सतगुरु माता सुदीक्षा महाराज सत्य के प्रकाश पुंज रूप में प्रवाहित कर रहे हैं।
जिसकी रोशनी से हर मानव अपने जीवन का सकारात्मक रूप में कल्याण कर रहा है। इसी कड़ी में संत शांतिलाल ने आज सोमकर 13 मई को सतगुरु बाबा हरदेवसिंह महाराज की पावन स्मृति में निरंकारी सत्संग भवन में सांय 5 से 7:30 बजे तक समपर्ण दिवस मनाया जाएगा।
रिपोर्ट: ठाकराराम मेघवाल, बाड़मेर