भीलवाड़ा। शास्त्रीनगर दिगंबर जैन मंदिर में मुनि समत्व सागर महाराज एवं मुनिशील सागर महाराज के पावन सानिध्य में अक्षय तृतीया पर्व को दान दिवस के रूप में मनाया। मुनि ने प्रवचन में दान को श्रेष्ठदान बताया। प्रथम तीर्थंकर श्री आदिनाथ भगवान को 6 माह बाद राजा श्रयांश द्वारा नवधा भक्ति पूर्वक आहार दान दिया गया।
आदिनाथ भगवान का प्रथम आहार ईक्षु रस (गन्ने का रस) से आहार हुआ था, पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष प्रवीण चैधरी ने बताया कि इस अवसर पर शास्त्रीनगर मंदिर में शांतिधारा से प्राप्त राशि लगभग एक लाख रुपए नारेली गो शाला में भेट की जाएगी।
आज के इस दान दिवस पर पार्श्वनाथ महिला मंडल, शास्त्रीनगर द्वारा भीषण गर्मी को देखते हुए शास्त्रीनगर मंदिर पर एक वाटर कूलर मय आरओ के लगवाया गया जिसका विधिवत उदघाटन ट्रस्ट के अध्यक्ष प्रवीण चैधरी एवं वरिष्ठ समाज सेवी बसंतीलाल सोनी द्वारा किया गया। कार्यक्रम का संचालन जयकुमार पाटनी ने किया।
इस अवसर पर संस्था की अध्यक्ष उर्मिला चैधरी, सुनीता पाटनी, सीमा गदिया, तनुजा टोंग्या, अलका सेठी सहित मंडल की कई सदस्याएं मौजूद थी। साथ ही पार्श्वनाथ सोशल ग्रुप द्वारा पक्षियों के लिए 108 परिण्डे वितरित किए। जैन महिला जागृति द्वारा मंदिर के बाहर आज गन्ने के रस सभी को प्रभावना स्वरूप वितरित किया।