मजहब, जिस देश में चुनाव का आधार ही धर्म हो-जाति हो या फिर वर्ग, उस देश की आबादी पर देश और दुनिया की नजर रहती ही है। ऐसे में अगर ऐन चुनाव के मौके पर देश की धार्मिक आबादी के आंकड़े सार्वजनिक हों तो समझना चाहिए कि यह रिपोर्ट चुनावी आंकड़ों पर असर डालने में सक्षम है। ऐसे में प्रधानमंत्री को सलाह देने वाली इकोनॉमिक एडवायजरी काउंसिल ने काफी अहम आंकड़ा जारी किया है।
काउंसिल की ओर से जारी एक वर्किंग पेपर के मुताबिक भारत में 1950 के बाद से हिंदुओं की आबादी में बड़ी गिरावट और मुस्लिम आबादी का ग्राफ तेजी से बढ़ा है। हालांकि मौजूदा चुनाव में इस तरह की बातें पहले से चल रहीं थीं। अब इस ताजा रिपोर्ट ने ऐसे बयानों को और हवा दे दी है। बहुसंख्यकों की आबादी में गिरावट का ये ट्रेंड नेपाल और म्यांमार में भी देखा गया है। हालांकि 38 इस्लामिक देशों में मुस्लिमों की आबादी में बढ़ोतरी देखी गई है। रिपोर्ट के मुताबिक भारत में साल 1950 से 2015 के बीच हिंदुओं की आबादी 7.82 फीसदी घटी है।
इसी दौरान मुस्लिमों की आबादी में 43.15 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। आसान भाषा में समझें तो 1950 में हिंदू 84.68 प्रतिशत थे। हालांकि 2015 में हिंदुओं की हिस्सेदारी 78.06 फीसदी पर आ गई। इस दौरान हिंदुओं की आबादी में 7.82 प्रतिशत की कमी हुई। वहीं 1950 में मुस्लिम भारत में 9.84 फीसदी थे। 2015 में बढ़ोतरी के साथ ये संख्या 14.09 फीसदी हो गई है।
1950-2015 के बीच मुस्लिमों की आबादी में 43.15 फीसदी का इजाफा देखा गया। प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद की रिपोर्ट बताती है कि भारत में अल्पसंख्यक सुरक्षित हैं और काफी अच्छी तरह फल-फूल रहे हैं। यह आंकड़े दुनिया को बताने के लिए काफी असरकारी हैं। भारत में सिर्फ मुस्लिम ही नहीं बल्कि सिख और ईसाई धर्म की आबादी में भी बढ़ोतरी हुई है। रिपोर्ट के मुताबिक देश में सिख आबादी में 6.58 प्रतिशत और ईसाई आबादी में 5.38 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
हालांकि देश में पारसी और जैन धर्म के लोगों की आबादी घटी है। जारी की गई रिपोर्ट के मुताबिक 38 मुस्लिम बहुल देशों में मुसलमानों की हिस्सेदारी बढ़ी है। पाकिस्तान में 1950 में मुस्लिम 77.45 फीसदी थे। अब पड़ोसी देश में मुस्लिम 80.36 प्रतिशत हो गए। इस दौरान बांग्लादेश में मुस्लिम 74.24 प्रतिशत से बढ़कर 88.02 प्रतिशत हो गए। अफगानिस्तान में मुस्लिम आबादी 88.75 प्रतिशत से बढ़कर 89.01 प्रतिशत हो गई।
मालदीव में मुस्लिम 99.83 प्रतिशत से घटकर 98.36 प्रतिशत हैं जो कि मामूली गिरावट है। रिपोर्ट में म्यांमार में बौद्धों की आबादी 78.53 प्रतिशत से घटकर 70.80 प्रतिशत, श्रीलंका में बौद्धों की आबादी 64.28 प्रतिशत से बढ़कर 67.65 प्रतिशत और भूटान में बौद्धों की आबादी 71.44 प्रतिशत से बढ़कर 84.07 प्रतिशत हो गई है। दूसरी ओर नेपाल में देखें तो हिंदुओं की आबादी 84.30 प्रतिशत से घटकर 81.26 प्रतिशत रह गई है।