
राजसमंद (Rajsamand) दीपावली के आठवें दिन पुष्टिमार्गीय मंदिरों में गोपाष्टमी पूरे उत्साह के साथ मनाई गई। कांकरोली स्थित तृतीय पीठ प्रन्यास के द्वारकाधीश मंदिर की गौशाला में सांडों और बिजार्रो की पारम्परिक भिड़ंत आयोजित हुई। जिसमें सजी-धजे गोवंश को पहले गोक्रीड़ा कराई गई। इस मौक़े पर द्वारिकाधीश मंदिर की ओर से बना विशेष प्रसाद इस गोवंश को खिलाया गया। इसके बाद सांडों की रोमांचक आयोजित हुई। जोरदार हूटिंग और शोर शराबे के बीच इस रोमांचक भिड़ंत का लोगों ने जमकर आनंद लिया। इसके बाद क्रमबद्ध तरीके से समान वजन वाले विचारों की भिड़ंत कराई गई। जिसमें गोविंद से बचते बचते लोग इस प्रतियोगिता का आनंद लेते रहे।पुरानी परंपरा के अनुसार जानवरों की शरीर सौष्ठव प्रतियोगिता आयोजित की जाती रही है। जिससे लोगों का मनोरंजन भी हो और जानवरों की गुणवत्ता और बल का भी पता चल सके।
रिपोर्ट – नरेंद्र सिंह खंगारोत
