भीलवाड़ा। जिंदल सॉ लिमिटेड की बनेड़ा क्षेत्र स्थित लापिया-जालिया खनन क्षेत्र में पूरी तरह से सन्नाटा पसरा हुआ है। यहां किसी तरह का खनन कार्य नहीं हो रहा है। ब्लास्टिंग को लेकर ग्रामीणों ने बारिश के बाद भी अपना धरना-प्रर्दशन खेत में जारी रखा। बनेड़ा पंचायत समिति क्षेत्र के महुआखुर्द ग्राम पंचायत के लापिया पॉइंट पर जिंदल सॉ लिमिटेड की ओर से की जा रही ब्लास्टिंग को बंद कराने के लिए जालिया गांव के ग्रामीणों का धरना जारी रहा।
ग्रामवासियों का आरोप है कि गांव के कुछ लोग थाने में जिंदल कम्पनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने गए तो पुलिस ने मामला दर्ज करने से इनकार कर दिया। उलटे, पुलिस ने ग्रामीणों के खिलाफ झूंठे मुकदमें लगाकर तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया। धरना स्थल पर बारिश में भी अपनी मांगे मनवाने के लिए गांव वाले धरने पर डटे रहे। जिंदल की ब्लास्टिंग से पत्थर उछल कर आने से लोगों में दहशत है। लोग घरों या खुले स्थान पर जाकर बैठ जाते हैं ताकि पत्थर कहां व किधर से आ रहे, जानकारी मिल सके व हादसे से बच सके। महिलाओं का कहना है कि जिंदल की खान के कारण खेत बर्बाद हो रहे हैं। धूल-मिट्टी तक खेतों में जमा हो रही है।
खनन क्षेत्र में वहीं खाना-पीना और धरना-प्रर्दशन
जिंदल सॉ लिमिटेड की बनेड़ा क्षेत्र स्थित जालिया में खनन के दौरान ब्लास्टिंग को लेकर ग्रामीणों ने आंदोलन तेज कर दिया। ग्रामीण अब जिंदल के खनन क्षेत्र के पास धरने पर बैठे हैं। वहीं चाय व खाना बना और खा रहे हैं। ग्रामवासियों की मांग है कि प्रशासन यहां ब्लास्टिंग बंद नहीं करवाता, तब तक धरना जारी रहेगा। उधर उपखंड अधिकारी के निर्देश के पटवारी ने सर्वे रिपोर्ट सौंप दी। इसमें ब्लास्टिंग के दौरान पत्थर उछल कर घरों तक आने की बात से इनकार नहीं किया गया है।
आंदोलनकारियों पर हमले की आंशका
जालिया के ग्रामीणों ने रात में हमले की आंशका जताई। लोगों ने जिला प्रशासन से कार्रवाई की मांग की। ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन उनकी सुनवाई नहीं कर रहा है। जालियां के मुकेश रैबारी ने बताया कि रात्रि में धरना स्थल पर लोग सो रहे थे। रात एक बजे कुछ लोग हमले की नीयत से वहां आए, लेकिन महिलाओं के जागने तथा सभी लोगों को उठने के बाद अज्ञात लोग वहां से भाग गए।
ग्रामीणों ने पीछा किया लेकिन अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकले। माली सैनी महासभा प्रदेश संगठन मंत्री कन्हैया लाल माली ने बताया कि प्रशासन को भी अवगत करवा दिया है फिर भी अगर किसी भी प्रकार का कुछ अनहोनी होती है तो इसकी संपूर्ण जिम्मेदारी प्रशासन कि होगी ग्रामीणों का कहना है कि जब तक जिला कलेक्टर या एसडीएम जिंदल को पुरी तरह बंद करने का लेटर जारी नही करेंगे तब तक धरना प्रदर्शन जारी रहेगा।
रिपोर्ट: पंकज पोरवाल, भीलवाड़ा