भीलवाड़ा। एमएलवी Textile एंड इंजीनियरिंग College में विद्यार्थियों के समग्र विकास के दृष्टिगत के लिए 9 सितंबर से 11 सितंबर 2024 तक जीवन कौशल महारतरू कानूनी, वित्तीय और व्यक्तिगत विकास विषय पर तीन दिवसीय कार्यशाला सफलतापूर्वक आयोजित की गई। कॉलेज के प्राचार्य डॉ. डीएन व्यास ने कहा कि यह कार्यशाला हमारे छात्रों के समग्र विकास के लिए एक उत्कृष्ट पहल थी। बदलते पेशेवर परिदृश्य में, यह महत्वपूर्ण है कि हमारे छात्र केवल तकनीकी कौशल तक सीमित न रहें, बल्कि कानूनी, वित्तीय और व्यक्तिगत मामलों में भी सशक्त हों।
कार्यशाला समन्वयक मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के सहायक शिक्षण सहयोगी धर्मांशु सिंह सोढ़ा और विवेक शर्मा ने बताया कि मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग द्वारा आयोजित कार्यशाला में संगम विश्वविद्यालय, भीलवाड़ा के तीन विशेषज्ञों शशांक शेखर सिंह (कानूनी साक्षरता विशेषज्ञ), सहायक प्रोफेसर, स्कूल ऑफ लीगल स्टडीज; डॉ. मुकेश कुमार शर्मा (वित्तीय साक्षरता विशेषज्ञ), एसोसिएट प्रोफेसर, प्रबंधन अध्ययन विभाग; और डॉ. कमल कांत शर्मा, भूविज्ञान के प्रोफेसर और व्यक्तिगत विकास व भावनात्मक बुद्धिमत्ता में विशेषज्ञ ने छात्रों को कानूनी चुनौतियों, वित्तीय प्रबंधन और व्यक्तिगत और पेशेवर विकास से संबंधित व्यावहारिक उपकरण प्रदान किए तथा सुनिश्चित किया कि यह कार्यशाला सुचारू रूप से चले और छात्रों की सक्रिय भागीदारी बनी रहे।
मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रमुख दिनेश कुमार शर्मा के मार्गदर्शन में यह कार्यशाला आयोजित की गई, जिसका उद्देश्य छात्रों को अकादमिक जीवन के बाद की चुनौतियों के लिए तैयार करना था। इस कार्यशाला में मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के द्वितीय वर्ष, तृतीय वर्ष और अंतिम वर्ष के छात्रों के साथ-साथ विभाग के संकाय सदस्यों ने भी भाग लिया।
तीनों दिन कानूनी अधिकारों और जिम्मेदारियों पर चर्चा, बजटिंग और निवेश योजना जैसी वित्तीय प्रबंधन तकनीकों और नेतृत्व, संवाद कौशल, और भावनात्मक कल्याण जैसे व्यक्तिगत विकास सत्रों से भरे रहे। छात्रों ने उत्साहपूर्वक प्रतिक्रिया दी और इन सत्रों की प्रासंगिकता की सराहना की। कई छात्रों ने साझा किया कि वे व्यक्तिगत और पेशेवर रूप से वास्तविक जीवन की चुनौतियों से निपटने के लिए अब बेहतर रूप से तैयार महसूस कर रहे हैं।
रिपोर्ट: पंकज पोरवाल