भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के दिग्गज के नेता सीताराम येचुरी (Sitaram Yechury) का निधन हो गया है। उन्होंने 72 साल की उम्र में दिल्ली के एम्स हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली। जानकारी के अनुसार येचुरी 19 अगस्त को एम्स में भर्ती हुए थे। तब से ही वो लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर थे। बताया जाता है कि येचुरी को लंग इन्फेक्शन था। डॉक्टरों की टीम उनका कई दिनों से इलाज कर रही थी, लेकिन उन्हें नहीं बचाया सका।
एम्स ने एक प्रेस रिलीज कर बताया कि येचुरी का 12 सितंबर, 2024 को दोपहर 3 बजकर 5 मिनट पर निधन हो गया था। एम्स ने बताया कि येचुरी के फैमिली ने उनके बॉडी को रिसर्च और पढ़ाई के लिए हॉस्पिटल को डोनेट कर दिया है। गौरतलब है कि 2021 में येचुरी के बेटे आशीष युचेरी का निधन कोविड के कारण 34 वर्ष की उम्र में हो गया था। वही, सीताराम येचुरी के निधन पर देशभर के नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ”सीताराम येचुरी जी मेरे मित्र थे। वे भारत के विचार के रक्षक थे और देश को अच्छी तरह समझते थे। मुझे हमारी लंबी चर्चाएं याद आएंगी। दुख की इस घड़ी में उनके परिवार, मित्रों और अनुयायियों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना।”
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने एक्स पर लिखा, ”कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी) के महासचिव और वरिष्ठ नेता सीताराम येचुरी जी के निधन का समाचार सुनकर गहरा दुःख हुआ। उनका जाना भारतीय राजनीति के लिए एक बड़ी क्षति है। वे एक कुशल राजनेता, विचारक और जनता के हितों के लिए समर्पित नेता थे। मरांग बुरु से दिवंगत आत्मा को शांति एवं उनके परिवार को यह दुख सहने की शक्ति प्रदान करने की कामना करता हूँ।”
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एक्स पर लिखा, ”यह जानकर दुख हुआ कि श्री सीताराम येचुरी का निधन हो गया है। मैं जानता था कि वे एक अनुभवी सांसद थे और उनका निधन राष्ट्रीय राजनीति के लिए एक क्षति है। मैं उनके परिवार, मित्रों और सहकर्मियों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूँ।”
पूर्व सीएम चंपाई सोरेन ने एक्स पर लिखा, ”भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के महासचिव सीताराम येचुरी जी के निधन की दुखद सूचना मिली है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें तथा परिजनों एवं समर्थकों को यह दुख सहने की शक्ति दें।”
मुख्यमंत्री हेमंत की पत्नी और गांडेय विधायक कल्पना सोरेन ने भी सीताराम येचुरी के निधन पर दुख जताया है। उन्होंने एक्स पर लिखा, ”सीताराम येचुरी जी के असामयिक निधन से स्तब्ध हूं। वामपंथी राजनीति के स्तंभ और जनहित के प्रखर आवाज़ थे वो। उनके विचारों और संघर्षों से प्रेरित पीढ़ियां आती रहेंगी। मरांग बुरु दिवंगत आत्मा को शांति दें और परिजनों को संबल। येचुरी जी के आदर्शों को आगे ले जाना ही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी।”
वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने भी सीताराम येचुरी के निधन पर दुःख जताया। उन्होंने एक्स पर लिखा, ”मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी CPI(M) के महासचिव सीताराम येचुरी जी के निधन का दुःखद समाचार मिला। वामपंथी नेता के तौर पर उनकी अलग पहचान थी।ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें। उनके परिजनों और चाहनेवालों के प्रति मेरी गहरी संवेदना। ॐ शांति!”
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने एक्स पर लिखा, ”वरिष्ठ माकपा नेता सीताराम येचुरी जी के निधन से बहुत दुखी हूं। वे एक ऐसे दिग्गज थे जो भारतीय राजनीति में सबसे सम्मानित आवाज़ों में से एक बन गए। वे मुद्दों पर अपने बौद्धिक दृष्टिकोण और जमीनी स्तर पर लोगों से जुड़ाव के लिए जाने जाते थे। राजनीतिक स्पेक्ट्रम के सभी नेताओं के साथ उनकी व्यावहारिक बहस ने उन्हें अपनी पार्टी से परे पहचान दिलाई। उनके परिवार, साथियों और अनुयायियों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना। उनकी आत्मा को शांति मिले।”
लगातार तीन बार पार्टी के महासचिव रहे येचुरी
बता दे, सीताराम येचुरी की गिनती देश के प्रमुख नेताओं में होती थी। येचुरी ने छात्र जीवन से ही राजनीती शुरू की थी। वो JNU छात्र संघ के हिस्सा रहे थे। करीब 50 साल पहले येचुरी सीपीएम में बतौर छात्र नेता शामिल हुए थे। येचुरी लगातार तीन बार पार्टी के महासचिव रहे।
We thank the doctors, nursing staff and the Director of the Institute for the excellent treatment and care extended to Comrade Yechury.
Details of public viewing and homage will be informed.
— CPI (M) (@cpimspeak) September 12, 2024