
भीलवाड़ा (Bhilwara) महेश प्रगति संस्थान द्वारा संचालित एमपीएस पब्लिक स्कूल, छापरी में स्वतंत्रता दिवस एवं जन्माष्टमी पर्व बड़े उत्साह और धूमधाम के साथ मनाया गया। संस्थान के अध्यक्ष कृष्णगोपाल तोषनीवाल ने ध्वजारोहण कर राष्ट्रीय ध्वज को सलामी दी। कार्यक्रम सुदर्शन की शुरुआत संस्थान के मुख्य संरक्षक ट्रस्टी लादूराम बांगड़, श्रीगोपाल राठी, अध्यक्ष केजी तोषनीवाल, मंत्री सुशील मरोटिया, कोषाध्यक्ष कँवर लाल पोरवाल ने दीप प्रज्वलन कर की। कार्यक्रम में विद्यालय को स्वतंत्रता दिवस तथा कृष्णा जन्मोत्सव की थीम पर सजाया गया। विद्यालय के बच्चों ने कई तरह के सांस्कृतिक व रंगारंग कार्यक्रम कर लोगों को देशभक्ति का संदेश दिया। कार्यक्रम सुदर्शन में वर्तमान परिप्रेक्ष्य भारत देश में चल रही परिस्थितियां, भारत की उपलब्धियाँ तथा भारत की सेना के शौर्य को नाटक एवं नृत्य के माध्यम से दिखाया गया, साथ ही देश में हुए आतंकवादी हमलों का भारत ने किस तरह से मुँहतोड़ जवाब दिया, इसका सुन्दर प्रतुतीकरण किया। जन्माष्टमी के अवसर पर विद्यार्थियों ने वासुदेव द्वारा श्री कृष्ण को गोकुल ले जाने, माखन चुराते हुए श्री कृष्ण के बाल रूप, मधुवन रासलीला, कृष्णा जन्म, महाभारत के गीता सार, ब्रम्हाण्ड दर्शन, कालिया नाग मर्दन, आदि के दृश्य प्रस्तुत किये तथा भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं का विस्तारपूर्वक मंचन किया गया। श्री कृष्णा की दशावतार की झांकी एवं कृष्णा विराट रूप मुख्य आकर्षण का केंद्र रहा। नन्हें-मुन्ने बच्चे नटखट नंद गोपाल, राधा-कृष्ण, वासुदेव, देवकी, ग्वाले, गोपिया, कंस, सुदामा, द्रौपदी, दुर्याेधन, भीष्म पितामह आदि की भूमिका में नजर आए। बच्चों की प्रस्तुति पर अभिभावकों ने भी खूब उत्साह बढ़ाया। संस्थान के वरिष्ठ उपाध्यक्ष भैरूलाल काबरा, उपाध्यक्ष फतह लाल जैथलिया, रामकिशन सोनी, बाबुलाल कोगटा, सह सचिव सत्यनारायण मंत्री, कैलाश काबरा तथा अन्य ट्रस्टीगण गणेश काबरा, प्रदीप बल्दवा, बद्रीनारायण लढा, अरविन्द चेचाणी, सुरेश मंत्री, कैलाश अजमेरा भी कार्यक्रम में उपस्थित रहे। विद्यालय की प्राचार्या रेखा लोहिया ने सभी को स्वतंत्रता दिवस एवं जन्माष्टमी पर्व की बधाई देते हुए कहा कि हमें अपने देश एवं देश की सेना पर गर्व है तथा भगवान श्रीकृष्ण के जीवन से बहुत कुछ सीखने को मिलता है। संस्थान के मंत्री सुशील मरोटिया ने सभी ट्रस्टियों, मेहमानों, अभिभावकों एवं शिक्षकों का आभार व्यक्त किया।