जोधपुर संभागीय आयुक्त बीएल मेहरा (BL Mehra) अपने दो दिवसीय बाड़मेर दौरे पर है। गुरुवार (25 जुलाई, 2024) को दौरे के दूसरे दिन उन्होंने बाड़मेर मेडिकल कॉलेज जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान अस्पताल में जगह जगह गंदगी, टूटी हुई खिड़कियां सहित विभिन्न चरमराई व्यवस्थाओं को लेकर अस्पताल अधीक्षक को जमकर फटकार लगाई और अतिरिक्त जिला कलेक्टर को जिला अस्पताल में लाइजनिंग ऑफिसर लगाकर 7 दिन में व्यवस्थाएं सुधारने के निर्देश दिए।
संभागीय आयुक्त बीएल मेहरा ने अतिरिक्त जिला कलेक्टर राजेंद्र सिंह के साथ मेडिकल कॉलेज जिला अस्पताल पहुंचे जहां उन्होंने जिला अस्पताल की इमरजेंसी मुख्यमंत्री निशुल्क दवा वितरण काउंटर निशुल्क जांच योजना सफाई व्यवस्था का निरीक्षण किया। इस दौरान अस्पताल में जगह-जगह गंदगी गुटके की पिक थूके हुए नजर आए। इसके बाद संभागीय आयुक्त ने नाराजगी जाहिर करते हुए अस्पताल अधीक्षक डॉक्टर बी एल मंसूरिया को जमकर फटकार लगाई। और उसके बाद अस्पताल में भर्ती मरीजों के वार्डों में पहुंचकर मरीज के इलाज व स्वास्थ्य की जानकारी ली। इस दौरान वार्डों खिड़कियां टूटी हुई एक भी वार्ड में खिड़कियों पर पर्दा लगाया हुआ नहीं मिला।
संभागीय आयुक्त बीएल मेहरा ने मीडिया से रूबरू होते हुए बताया कि आज जिला अस्पताल का निरीक्षण कर व्यवस्थाएं देखी गई है उसे यह लग रहा है की अस्पताल अधीक्षक कमजोर है। चिकित्सा टाइम पर आते नहीं है जिसके चलते जिला अस्पताल में व्यवस्थाएं हावी है। डॉक्टरों की हड़ताल के चलते पिछले 15 दिनों से हड्डी के मरीजों के ऑपरेशन नहीं हो रहे हैं। संभागीय आयुक्त ने अस्पताल अधीक्षक से पूछा कि कितने डॉक्टर ड्यूटी के दौरान निजी अस्पतालों में मरीज देखने जाते हैं जिस पर अस्पताल अधीक्षक गोलमोल जवाब देते नजर आए। संभाजी आयुक्त ने साफ शब्दों में फटकार लगाते हुए कहा कि आपको डॉक्टर की झूठी वकालत नहीं करनी चाहिए।