
Pune। पुणे के स्वारगेट बस स्टैंड पर सोमवार सुबह एक 26 वर्षीय महिला के साथ एक आरोपी द्वारा दुष्कर्म (Rape) किए जाने की घटना सामने आई है। यह घटना महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (MSRTC) की शिवशाही बस के अंदर घटी। पुलिस ने आरोपी की पहचान कर ली है और उसे पकड़ने के लिए आठ टीमों का गठन किया गया है।
कैसे हुआ वारदात को अंजाम?
पुलिस के अनुसार, पीड़िता पुणे में कार्यरत थी और अपने गांव जाने के लिए स्वारगेट बस स्टैंड पर बस का इंतजार कर रही थी। इस दौरान आरोपी ने उससे बातचीत की और उसे गलत जानकारी दी कि फलटन जाने वाली बस किसी अन्य स्थान से मिलेगी। जब महिला आरोपी के साथ गई और बस में चढ़ी, तो आरोपी ने बस को अंदर से लॉक कर दिया और दुष्कर्म को अंजाम दिया। पीड़िता ने घटना के बाद अपने दोस्त को इसकी जानकारी दी और फिर स्वारगेट पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई।
राजनीतिक उबाल, कानून-व्यवस्था पर उठे सवाल
इस घटना ने पुणे में राजनीतिक हलचल मचा दी है। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) की नेता सुषमा अंधारे और एनसीपी (शरद पवार गुट) की सांसद सुप्रिया सुले ने कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए हैं।
सुले ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, “स्वारगेट जैसा व्यस्त बस स्टैंड, जहां पुलिस चौकी भी मौजूद है और नियमित गश्त भी होती है, वहां इस तरह का अपराध होना यह दिखाता है कि अपराधियों में कानून का कोई डर नहीं रह गया है। यह घटना महाराष्ट्र में महिलाओं की सुरक्षा पर बड़ा सवाल खड़ा करती है।”
शिवसेना (UBT) नेता सुषमा अंधारे ने कहा कि “पिछले कुछ वर्षों में पुणे में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। 15 साल पहले की तुलना में अब महिलाओं की सुरक्षा की स्थिति काफी बिगड़ गई है। कॉलेज, स्कूल और बस स्टैंड जैसे स्थानों पर पुलिस गश्त बढ़ाने की मांग की गई थी, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।”
पुलिस और प्रशासन की जवाबदेही?
एनसीपी नेता रोहित पवार ने महाराष्ट्र सरकार से इस घटना की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की मांग की। वहीं, पूर्व कसबा विधायक रविंद्र धंगेकर ने भी स्वारगेट बस स्टैंड की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि “बस स्टैंड पर रात के समय रोशनी की उचित व्यवस्था नहीं है, जिससे महिलाएं असुरक्षित महसूस करती हैं। यहां नशे की हालत में घूमने वाले लोग भी देखे जाते हैं, जिन पर पुलिस को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।”
महिला आयोग का बयान
महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रूपाली चकणकर ने भी इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “पुणे हमेशा से एक शैक्षणिक हब रहा है, जहां दूर-दराज के गांवों और तालुकों से लड़कियां पढ़ाई के लिए आती हैं। यह घटना बेहद चिंताजनक है।”
पुलिस की कार्रवाई और आगे की जांच
पुलिस ने बताया कि आरोपी पहले भी आपराधिक मामलों में लिप्त रहा है और उस पर आईपीसी की धारा 392 के तहत मामला दर्ज हो चुका है। पुलिस ने कहा कि उन्होंने बस को जब्त कर लिया है और आरोपी को पकड़ने के लिए व्यापक तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
इस घटना ने पुणे की कानून व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर प्रशासन की नाकामी उजागर कर दी है। अब देखना यह होगा कि आरोपी को कब तक गिरफ्तार किया जाता है और पीड़िता को न्याय कब मिलेगा।