
मानवता के लिए राहत सामग्री लेकर गाजा (Gaza) की ओर बढ़ रहे ‘मैडलिन’ जहाज (Madleen) को इज़राइली नौसेना ने समुद्र में रोका है। इस जहाज पर पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग सहित 12 कार्यकर्ता सवार थे। ‘फ्रीडम फ्लोटिला कोएलिशन’ (FFC) ने टेलीग्राम पर जानकारी दी कि जहाज से संपर्क टूट गया है और बाद में जहाज पर सवार लोगों की एक तस्वीर साझा की गई जिसमें सभी लोग जीवन रक्षक जैकेट पहने और हाथ ऊपर किए हुए दिखाई दे रहे हैं।
इज़राइल के विदेश मंत्रालय ने बाद में जानकारी दी कि जहाज अब सुरक्षित रूप से इज़राइली तट की ओर बढ़ रहा है और उसमें सवार लोगों को जल्द ही उनके देशों को वापस भेज दिया जाएगा।
इज़राइल (Israel) ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा कर बताया कि उसकी नौसेना ने ‘सेल्फी यॉट’ नामक इस जहाज को दिशा बदलने का निर्देश दिया था। एक अन्य वीडियो में जहाज पर सवार लोगों को सुरक्षित और शांत देखा गया।
इस बीच, संयुक्त राष्ट्र में फिलिस्तीनी क्षेत्रों के विशेष प्रतिनिधि फ्रांसेस्का अल्बानीज़ ने बताया कि वे सिसिली के कतानिया में फ्लोटिला के संचार केंद्र से संपर्क में थीं। उन्होंने दावा किया कि सहायता जहाज के चारों ओर पांच नौकाएं मंडरा रही थीं और दो ड्रोन जहाज के ऊपर उड़ रहे थे।
इज़राइली रक्षा मंत्री इसराइल काट्ज़ ने रविवार को बयान जारी कर कहा, “हम किसी को भी गाजा की नौसेना नाकाबंदी तोड़ने की अनुमति नहीं देंगे, क्योंकि इससे हमास को हथियार पहुँच सकते हैं।” उन्होंने ग्रेटा थनबर्ग को “यहूदी विरोधी” कहते हुए कहा, “तुम्हें लौट जाना चाहिए, क्योंकि गाजा पहुंचना मुमकिन नहीं है।”
बता दें कि यह जहाज पिछले रविवार को सिसिली से रवाना हुआ था। इसका उद्देश्य गाजा को मानवीय सहायता पहुंचाना और वहां की नाकाबंदी की ओर वैश्विक ध्यान आकर्षित करना था। इससे पहले मई में भी इसी संगठन की एक और कोशिश नाकाम हो गई थी, जब अंतरराष्ट्रीय समुद्री क्षेत्र में उनके एक जहाज पर दो ड्रोन हमले हुए थे। उस घटना के लिए समूह ने इज़राइल को जिम्मेदार ठहराया था, हालांकि इज़राइल ने उस आरोप को नकार दिया था।