
भीलवाड़ा। अधिवक्ता परिषद महिला इकाई द्वारा अध्यक्ष रतन लाल जाट के निर्देशन मे तथा उपाध्यक्ष कीर्ति सोलंकी के सानिध्य मे आयोजित किया। सर्वप्रथम भारत माता की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर, पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई। इसके पश्चात उपस्थित मातृशक्ति का तिलक लगाकर स्वागत किया गया।
उपाध्यक्ष कीर्ति सोलंकी ने बताया कि मुख्य अतिथि शालिनी महर्षि विशिष्ठ न्यायाधीश अनुसूचित जाति/जनजाति मामलात न्यायालय ने उपस्थित मातृशक्ति को सम्बोधित करते हुए कहा कि महिलाओ को संविधान मे मौलिक अधिकार दिए गये इन मौलिक अधिकारों के बारे मे हर महिला को जानकारी होनी चाहिए।
महिलाए न्यायिक, सामाजिक, राजनैतिक क्षेत्र मे होना नाम रोशन कर रही है। विशिष्ठ अतिथि भारती उपाध्याय एन. आई. एक्ट प्रकरण, संख्या-4, भीलवाड़ा ने महिलाओ को समाज मे बढ़ रहे साइबर क्राइम के बारे मे विस्तार से बताया, ऑनलाइन ठगी, महिलाओ के साथ हो रहे इलेक्ट्रॉनिक अपराधों के बारे मे बताया। साइबर क्राइम से किस तरह से बचा जा सकता है और साइबर क्राइम से सम्बंधित कानून के बारे मे जानकारी दी।
मुख्य वक्ता पल्लवी लड्ढा ने बताया कि बेटियों को सशक्त बनने व सोशल मिडिया के हो रहे दुरूपयोग के बारे मे बताया| हमें अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा, सनातन धर्म व संस्कार देना चाहिए। हमारे बच्चों को लव जिहाद के बारे मे जानकारी देना चाहिए ताकि वें लव जिहाद के माध्यम से होने वाले षड्यंत्र से बच सके। हमें अपने बच्चों को हमारे इतिहास के बारे मे बताना चाहिए हमारी वीरांगनाओ के बारे मे सिखाया जाना चाहिए ताकि बच्चे उनसे प्रेरित होकर देश सेवा व अपने सनातन धर्म के बारे मे जान सके। हमारे बच्चों को त्यौहारो को मनाने के महत्त्व के बारे मे बताना चाहिए। अपने बच्चों को निडर, निर्भीक बनाना चाहिए।
बता दे कि मंच संचालन दर्शना जैन, स्वीटी लालवानी, हेमलता राव ने किया। अतिथि स्वागत सम्मान बीनू कुमारी टांक, सुमित्रा सांखला, सुनीता गादिया, नीलम बहेती, रेखा ओझा, गायत्री पटवा, सीमा अहीर, सपना जैन, सुनीता सांखला, सुनीता जैन ने किया।
रिपोर्ट – पंकज पोरवाल