सब्स्टिट्यूट खिलाड़ी कर सकेगा बल्लेबाजी, गेंदबाजी और विकेटकीपिंग
लंदन (ईएमएस)।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने अपनी आम बैठक में नये नियमों को
मंजूरी दी है। यह नियम एक अगस्त से शुरु हो रही एशेज सीरीज से लागू होंगे।
इसमें आईसीसी ने कन्कशन सब्स्टिट्यूट (स्थानापन्न) खिलाड़ी से जुड़े नियम
में संशोधन किया है। नए नियम के मुताबिक अगर कोई खिलाड़ी चोटिल होता है तो
उसकी जगह दूसरा खिलाड़ी टीम में शामिल किया जा सकेगा। वह गेंदबाजी,
बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग भी कर सकेगा। ऐसे खिलाड़ियों को ‘कन्कशन
सब्स्टिट्यूट’ कहा जाएगा।
लंदन में आयोजित आईसीसी की वार्षिक बैठक
में इन नियमों को लागू करने का निर्णय लिया गया। यह नियम अंतरराष्ट्रीय
क्रिकेट के सभी प्रारुप और फर्स्ट क्लास क्रिकेट में लागू होगा। कन्कशन
सब्स्टिट्यूट को मैदान पर उतारने का फैसला मैच रेफरी करेंगे। नियम में
स्पष्ट है कि जैसा खिलाड़ी चोटिल हुआ है। वैसा ही खिलाड़ी ही टीम में लाया
जा सकता है। जैसे स्पेशलिस्ट बल्लेबाज की जगह बल्लेबाज या गेंदबाज की जगह
गेंदबाज। आईसीसी ने कहा, "कन्कशन सब्स्टिट्यूट पर निर्णय मेडिकल
रिप्रेजेंटेटिव लेगा। इसे मैच रैफरी ही अनुमति देगा।’ आईसीसी की बैठक में
कन्कशन सब्स्टिट्यूट सिर्फ टेस्ट में लागू करने की चर्चा हो रही थी, पर
आखिरी में इसे सभी फॉर्मेट में लागू किया गया। साथ ही यह महिला क्रिकेट में
भी लागू होगा। फिलहाल इस नियम को दो साल के लिए ही लागू किया गया है। इसके
बाद रिव्यू के आधार पर ही इसे आगे बढ़ाया जाएगा।
अभी तक केवल फील्डिंग की थी अनुमति
बता
दें कि मौजूदा नियम के मुताबिक अगर अभी अगर कोई बल्लेबाज या गेंदबाज चोटिल
होता है तो वह मैदान से बाहर जा सकता है। उसकी जगह दूसरा खिलाड़ी मैदान
में आता है. लेकिन दूसरे खिलाड़ी को सिर्फ फील्डिंग करने की अनुमति होती
है। वह चोटिल खिलाड़ी की जगह बल्लेबाजी या गेंदबाजी नहीं कर सकता है.
विश्व कप में आयी परेशानी को देखते हुए बदला नियम
हाल
ही में खत्म हुए आईसीसी विश्व कप की इस नए नियम में बड़ी भूमिका है।
सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के एलेक्स कैरी ने बाउंसर लगने के बाद सिर पर
पट्टी बांधकर बैटिंग की थी। ठीक इसी तरह अफगानिस्तान के मोहम्मद हशमतुल्लाह
सिर पर बाउंसर लगने के बाद डॉक्टर की सलाह को नजरअंदाज करते हुए बल्लेबाजी
करते रहे थे। इसके अलावा दक्षिण अफ्रीका के हाशिम अमला सहित कई खिलाड़ी
रिटायर हर्ट हुए थे।
2016 में ऑस्ट्रेलिया ने लागू किया नियम
इस
नियम की चर्चा सबसे पहले 2014 में हुई थी। 2014 में ही ऑस्ट्रेलिया के
पूर्व ओपनर फिलिप ह्यूज के सिर पर बाउंसर लगी थी। इसके बाद ह्यूज को
अस्पताल ले जाया गया. इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी। इसके बाद क्रिकेट
ऑस्ट्रेलिया (सीए) ने 2016-17 सीजन में कन्कशन सब्स्टिट्यूट के नियम का
इस्तेमाल घरेलू वनडे (पुरुष-महिला दोनों), बिग बैश और महिला बिग बैश सीरीज
में किया था।
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