रेलवे स्टेशन को हेरिटेज लुक देने के लिए स्टेशन के मेनगेट और निकास की तरफ मेवाड़ की पारंपरिक शिल्पकृति के अनुसार तोरण द्वार बनाए जा रहे हैं। जब ये द्वार बनकर तैयार हो जाएंगे तो यहां राजसी परंपरा के अनुसार रेलवे सुरक्षा बल के जवान द्वारपाल पुलिस की वर्दी की बजाय रियासतकालीन योद्धा की पोशाक में नजर आएंगे। वे शेरवानी पहने होंगे और उनके सिर पर साफे होंगे। साथ ही दोनों गेट को जोड़ने के लिए एक आकर्षक चारदीवारी का काम जारी है, जिसे शहरकोट की तरह तराशा जाएगा।
मेनगेट से स्टेशन में एंट्री करने वाले यात्री अब खुले आसमान के नीचे गुजरने की बजाय कलात्मक छज्जों के नीचे से गुजरेंगे। ये छज्जे मेवाड़ के पारंपरिक निर्माण शिल्प के अनुसार बनाए जाएंगे। कॉमन लॉबी में जहां फिलहाल पूछताछ काउंटर है, वहां फाइव स्टार होटल की तर्ज पर वेलकम काउंटर बनाया जाएगा। सिटी स्टेशन की बाहरी दीवारों पर हल्दीघाटी के निकट मोलेला गांव में निर्मित टेराकोटा आर्ट की टाइल्स लगाई जा रही हैं।
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