
बाड़मेर में होलिका दहन गुरुवार (13 मार्च 2025) रात 11:30 बजे शुभ मुहूर्त बाड़मेर गढ़ के रावत त्रिभुवन सिंह ने होली का दहन किया बाड़मेर शहर मे सर्दियों से परंपरा चली आ रही बाड़मेर गढ़ रावत त्रिभुवन सिंह के हाथो से होली दहन की शुरुआत कर फिर बाड़मेर शहर होली दहन होती है बाड़मेर शहर हर मोहल्ले में होली का दहन किया गया। इस बार होलिका में प्रहलाद का पुतला भी लगाया गया।
इससे पहले महिलाओं व लड़कियों ने होलिका का पूजन किया गया। इस दौरान फिल्मी गीतों की धुन पर महिलाओं और युवाओं ने जमकर डांस किया। वहीं गुलाल से होली भी खेली। होलिका दहन के साथ लोगों ने आतिशबाजी भी की। धुलंडी पर रामा-श्यामा पर जगह-जगह सभाओं का आयोजन किया जा रहा है।
दरअसल, गुरुवार को होली के दिन भद्राकाल होने के कारण रात 11 बजे बाद होलिका दहन किया गया। इसके लिए शुभ मुहूर्त रात 11:30 बजे से था। हालांकि भद्रा काल में शाम को प्रदोष काल में यानी सूर्यास्त के बाद शुभ मुहूर्त से महिलाओं ने गीत गाकर होलिका की पूजा की गई। बाड़मेर जिले में शहर से लेकर गांव तक होलिका दहन शुभ मुहूर्त में किया गया। होलिका स्थल पर युवतियों ने रंग-बिरंगी रंगोली बनाई गई। साथ में हैप्पी होली की आकृति उकेरी।
होलिका दहन से पहले महिलाओं और युवतियों ने की पूजा-अर्चना।
महिलाओं ने की होली की पूजा गुरुवार (13 मार्च 2025) को सूर्यास्त के साथ ही महिलाएं धाटी चौक महेश्वरी, समाज के हर वर्ष की भांति होली परम्परा निभाते होलिका दहन स्थल पर गोबर के बड़कुले, चांद सितारे और नारियल अर्पित किए गए। इस दौरान यहां पर हरि नाम संकीर्तन भी किया गया।
लोगों ने विशेष कर महिलाओं ने होलिका स्थल पर जाकर होली की पूजन कर सुख समृद्धि की कामना की। महिलाएं मंगल गीत गाती हुई होलिका स्थल पर पहुंची। इसके बाद पूजन किया। इस मौके घर में बनाए गए बड़कूले होलिका को चढ़ाए गए। साथ ही नव विवाहित जोड़ों ने भी धोक लगाई।
दहन के बाद लगाई परिक्रमा
होलिका दहन के शुभ मुहूर्त का समय होते ही महिलाएं गीत-गाती हुई विभिन्न स्थानों पर बनाई गई होलिका के पास गई। यहां पर विधि-विधान अनुसार होलिका पूजन किया। इसके बाद मंगल की कामना करते हुए होलिका दहन किया गया। होलिका दहन के दौरान लोग होलिका की परिक्रमा करते हुए भी दिखाई दिए। साथ ही खुशहाली की कामना की।
दहन से पहले एक-दूसरे को गुलाल लगाकर कहा हैप्पी होली।
फिल्मी गीतों की धून पर झूमे थारवासी। होलिका दहन का शुभ मुहूर्त आधी रात को होने के कारण थारवासियों ने होलिका स्थल पर डीजे लगाया। फिल्मी गीतों की धून पर महिलाओं, युवतियों और युवाओं ने डांस किए। वहीं गुलाल से होली भी खेली। होली के रंगों पर झूमते नजर आए। दूसरे बाड़मेर शहर हर गली हर जगह होली पर रंग लगाते नजर आते साथ मुह मिठा कराते सिटीयो का शो सिर टोपी रंग रंगीले टी शर्ट दुपहरिया आते जाते नजर घर घर होली खेलने बधाई देने दौर जारी रहा।
रिपोर्ट – ठाकराराम मेघवाल